School Close News: दिल्ली एनसीआर के स्कूल हुए बंद, ऑनलाइन क्लासेज के जरिये होगी पढाई
नई दिल्ली :- भारी बरसात और यमुना के बढ़ते स्तर की वजह से नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद में स्कूलों को फिलहाल बंद कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने स्कूलों को शुक्रवार को बंद रखने का आदेश नोएडा में बाढ़ जैसी स्थिति के पैदा हो जाने की वजह से दिया है. गुरुवार को यमुना के बढ़ते हुए जलस्तर की वजह से यमुना तट के करीबन 1 किलोमीटर दूर जेवर के लतीफपुर खादर गांव में दो स्कूल भवनों में पानी भर गया था. वहां पढ़ने वाले सरकारी जूनियर प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को बाढ़ का सामना करना पड़ा और उनको ऊंची जमीन पर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरण करना पड़ा. परंतु थोड़ी देर बाद पानी उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी भर गया जिसकी वजह से बच्चों को वापस घर भेज दिया गया.
करीबन 100 छात्रों को विद्यालय से वापस घर भेजा
लतीफपुर के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक नरेंद्र शर्मा का कहना है कि अभी क्षेत्र में 5 फीट तक पानी भरा हुआ है. गुरुवार को सुबह जब जूनियर प्राथमिक छात्र स्कूल गए तो लगभग 10:00 बजे तक बाढ़ का पानी कक्षाओं में आने लगा. जैसे ही पानी उस Building में भी घुस गया तो उन्होंने करीबन 100 छात्रों को वापस घर भेज दिया. इसी प्रकार मकनपुर गांव के विद्यालयों में भी पानी घुस गया था. छात्रों का कहना है गुरुवार दोपहर को बाढ़ का पानी कक्षाओं तक तो नहीं पहुंचा परंतु स्कूल की सड़क पर पानी भर गया जिसकी वजह से आना जाना कठिन हो गया.
कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल शुक्रवार को रहेंगे बंद
विद्या देवी इंटर कॉलेज के कक्षा 7 में पढ़ रहे छात्र ने बताया कि जब वह सुबह स्कूल पहुंचे तो पानी का स्तर इतना नहीं था परंतु बाद में धीरे- धीरे सड़कों पर पानी भर गया. जिला मैजिस्ट्रेट ने गुरुवार को जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए हैं कि भारी बरसात और यमुना के बढ़ते हुए जलस्तर की वजह से कक्षा बारहवीं तक के सभी बोर्ड के सभी स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे. यह आदेश आवागमन में परेशानियों की वजह से भी दिया गया है.
ऑनलाइन कक्षाएं हो सकती है शुरू
अधिकारियों ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक स्कूल बसों के जाम में फंसे रहने की संभावना है. निजी स्कूलों के प्राचार्य का कहना है कि वह Online Classes शुरू कर देंगे. एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है की स्कूलों में Working Days सीमित हैं और उनको अपना Syllabus पूरा करना है. इस वजह से यदि मौसम की स्थिति और खराब होती है या बाढ़ आ जाती है तो वह ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर देंगे.