Nitu Ganghas: मां को मिले तानों का रिंग में पसीना बहा दिया जवाब, बेटी ने गोल्डन पंच लगाकर जीता गोल्ड
भिवानी :- हरियाणा के भिवानी जिले के गांव धनाना की बेटी बॉक्सर नीतू घनघस ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (Indira Gandhi Indore Sports Complex) में चल रही महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में मंगोलिया की मुक्केबाज को हराकर स्वर्ण पदक पर अपना नाम लिख दिया है. प्रदेश के मुक्केबाजी जगत के इतिहास में अब तक विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप (Championship) में किसी भी मुक्केबाज ने स्वर्ण पदक नहीं जीता था, जो इतिहास बदलने का काम नीतू ने किया है.
परिजनों ने लड्डू बांट और आतिशबाजी कर की अपनी खुशी जाहिर
बता दें कि, नीतू ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में चैंपियन (Champion) बनने का खिताब अपने नाम किया है. रिंग में नीतू लगातार पंच बरसा रही थी और गांव धनाना में उनके परिजन, खेल प्रेमी खुशी से झूम रहे थे. नीतू के पदक जीतने पर परिजनों ने लड्डू बांट और आतिशबाजी कर अपनी खुशी जाहिर की.
फाइनल में पहली बार मंगोलिया से भिड़ी नीतू
जानकारी के अनुसार, नीतू घनघस मंगोलियाई मुक्केबाज से फाइनल में पहली बार भिड़ी. उसने उसके पहले के खेल के कई विडियो देखे. इसके अलावा अब तक के जीते मुकाबलों से वह भरपूर ऊर्जा के साथ रिंग में उतरी और एकतरफा मुकाबले में 5-0 से स्वर्ण अपने नाम किया. इस बार वह मैरीकॉम के भार वर्ग में खेलने उतरी और खुद को साबित करने में कामयाब रही.
वर्ष 2012 में किया था मुक्केबाजी का सफर शुरू
मुक्केबाज नीतू के पिता जयभगवान ने बताया कि वे विधानसभा में नौकरी करते हैं. महज 21 वर्षीय नीतू ने वर्ष 2012 में कोच जगदीश के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था. इसके बाद वह निरंतर मेहनत करती रही है और आज इस मुकाम पर पहुंच गयी है. नीतू फिलहाल सीबीएलयू (CBLU) से एमपीएड की पढ़ाई कर रही है. उसकी छोटी बहन तमन्ना शिमला से एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई कर रही है. वहीं छोटा भाई अक्षित कुमार शूटिंग का खिलाड़ी है, जो राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग ले चुका है.
नीतू की अनेक उपलब्धियां
वर्ष-2017 में वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप गुवाहाटी में स्वर्ण पदक.
वर्ष 2018 में एशियन यूथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक.
वर्ष-2018 वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक.
वर्ष 2022 में सोफिया बुल्गारिया में हुए स्ट्रेंडजा कप में स्वर्ण पदक.
वर्ष 2022 में बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक.
ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र सिंह पहुंचे हौसला बढ़ाने
सूत्रों के अनुसार, नीतू का हौसला बढ़ाने के लिए ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र सिंह, द्रोणाचार्य अवॉर्डी कोच जगदीश सिंह, पिता जयभगवान घनघस, ताऊ कृष्ण, रणबीर सिंह, भाई अक्षित भी मैच देखने पहुंचे थे. नीतू की मां मुकेश देवी ने बताया कि नीतू ने हर चैंपिनशिप में बेहतर प्रदर्शन ही किया है. अब महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपिनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर उनसे देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने बताया कि नीतू को उनके हाथ का बना देशी घी का चूरमा बहुत पसंद है. सब्जियों में करेला उसकी पहली पसंद है.
हरियाणा बॉक्सिंग संघ की ओर से किया जाएगा सम्मानित
बता दें कि, नीतू ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है. मुक्केबाजी में वर्ल्ड चैंपियन का खिताब पाने वाली नीतू प्रदेश की पहली मुक्केबाज बन गई है. भिवानी जिले में 5000 से अधिक मुक्केबाज रिंग में पसीना बहा रहे हैं, जिसके लिए नीतू प्रेरणा स्त्रोत बनी है. हरियाणा बॉक्सिंग संघ की ओर से नीतू को सम्मानित किया जाएगा.