Sugar Rate: आम जनता के लिए कड़वी हुई चीनी की मिठास, सातवें आसमान पर पहुंचे रेट
नई दिल्ली :- आए दिन खाद्य पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. आम जनता महंगाई को लेकर काफी परेशान है. हाल ही में Sugar को लेकर भी खबर सामने आई है. चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. थोक से लेकर खुदरा बाजार में चीनी महंगी हो गई है. चीनी की Price में बढ़ोतरी का कारण भारत का शुष्क मौसम है.
चीनी के दामों में हुई बढ़ोतरी
कुछ समय पहले टमाटर और दाल के भाव में तेजी देखने को मिली थी. अब Sugar की कीमत स्वाद को फीका कर रही है. बीते कुछ दिनों से चीनी की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. इसके पीछे Weather सबसे बड़ा कारण है. भारत और दूसरे देश जहां पर चीनी का सबसे ज्यादा Production होता है उन देशों में अल नीनो प्रभाव के कारण मौसम शुष्क होने के कारण चीनी के दाम में 40% तक बढ़ोतरी हुई है.
गेहूं और मक्का के दामों में आई गिरावट
रिपोर्ट से पता लगा है कि गेहूं और मक्का के दामों में गिरावट आई है. इसके पीछे का कारण अमेरिका अनाज के रकबे में 7 साल में वार्षिक वृद्धि के साथ बड़े पैमाने पर ब्राज़ीलियाई मकई की Record फसल है. इससे काले सागर से गेहूं निर्यात पर असर हुआ है. इस वजह से गेहूं के दामों में गिरावट आई है. वहीं Sugar, कोको, रोबस्टा कॉफ़ी और ऑस्ट्रेलिया गेहूं के लिए मौसम का स्थिर रहना जरूरी है. लेकिन इस बार भारत का मौसम काफी शुष्क हो रहा था जिस वजह से चीनी की कीमत में बढ़ोतरी हुई है.
भारत का मौसम है कारण
थाईलैंड और भारत का मौसम पहले से ही शुष्क है और उत्पादन अनुमान को संशोधित किया गया है. पूरे वर्ल्ड में भारत चीनी का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है यहां महाराष्ट्र में जलाशय में पानी की कमी के कारण 2024- 25 सीजन में फसल प्रभावित होने की संभावना है. Sugar के साथ-साथ Coffee बाजार पर भी गहरा असर देखने को मिलेगा. वियतनाम पूरी दुनिया में सबसे बड़ा रॉकस्टार उत्पादक है. इसके बाद इंडोनेशिया का नंबर आता है. वर्ष के शुरुआत में ही राबस्टा के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली थी. राबस्टा के दाम में तेजी होने में अल नीनो प्रभाव का भी असर था.