हरियाणा के इस शहर में बनेगा मिनी एयरपोर्ट, 234 एकड़ भूमि खरीदेगी करेगी हरियाणा सरकार
महेंद्रगढ़ :- हरियाणा के हिसार जिले में Mini Airport बनने के बाद अब जल्द ही हरियाणा के एक और जिले में भी Mini एयरपोर्ट बनने वाला है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देश पर बाछौदा हवाई पट्टी का विस्तारीकरण करके यहां पर हवाई सेवाएं शुरू की जाएंगी. आइए जानते हैं कि हरियाणा का वह कौन सा जिला है जहां पर जल्द ही मिनी एयरपोर्ट बनने वाला है.
हरियाणा में जल्द ही बनेगा एक मिनी एयरपोर्ट
Haryana के Mahendragarh जिले में जल्द ही एक मिनी एयरपोर्ट बनने जा रहा है. हरियाणा की सरकार के निर्देश पर बाछौदा हवाई पट्टी का विस्तारीकरण करके यहां पर जल्द ही हवाई सेवाएं शुरू की जाएंगी. कुछ समय पहले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी Mini Airport के संबंध में हवाई पट्टी का निरीक्षण किया था. बुधवार को इसी संबंध में महेंद्रगढ़ के उपायुक्त श्याम लाल पुनिया ने भी हवाई पट्टी (Airstrip) पर पहुंचकर वहां का मुआयना किया तथा वहीं पर सभी अधिकारियों के साथ बैठक की.
Air training के लिए जल्द ही शुरू होगा School
डीसी का कहना है कि यहां पर May में Air Training के लिए School का Setup भी स्थापित किया जाएगा और जल्द ही यहां पर Admission भी शुरू हो जाएंगे. इस स्कूल में बच्चों को 6 महीने वह 1 साल का कमर्शियल तथा Airline पायलट का कोर्स करवाया जाएगा. स्कूल में यह कोर्स बच्चों को एस एस टी सी Private Limited की तरफ से करवाया जाएगा. डीसी ने बताया है कि महेंद्रगढ़ में बनने वाले बाछौदा हवाई पट्टी को विस्तारित करने के लिए 3481 फीट की हवाई पट्टी को 5000 लंबी हवाई पट्टी बनाया जाएगा. इस हवाई अड्डे को बनाने के लिए आसपास की 234 एकड़ की जमीन को खरीदने का प्रस्ताव पास किया गया है.
ई भूमि पोर्टल पर किसानों की ली जाएगी सहमति
उन्होंने यह भी बताया है कि किसानों की सहमति के बाद अब ई-भूमि पोर्टल (E-Land Portal) पर किसान अपनी कंसेंट डालेंगे. इसके लिए वहां की प्रशासन की सहायता से एयर पट्टी के संबंध में Computer द्वारा व्यवस्था करके यहां पर नागरिकों से ई भूमि पोर्टल पर अपनी सहमति भरवाएंगे. साथ ही यह भी कहा गया है कि हवाई पट्टी विस्तारित होने के बाद आने वाले समय में यहां पर जेट हवाई जहाज की सेवाएं भी शुरू की जाएंगी. इस हवाई जहाज की सेवा के बाद चंडीगढ़ से जयपुर के लिए हवाई यात्रा करना आसान हो जाएगा. इसके अलावा यहां पर 4 से 5 हैंगर का निर्माण भी किया जाएगा. इन चार या पांच हैंगर की सहायता से सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व (Revenue) हर महीने मिलेगा.