Indian Railways: क्या प्राइवेट हो जाएगी भारतीय रेलवे, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी ये बड़ी जानकारी
नई दिल्ली, Indian Railways: जो लोग रेल में सफ़र करते हैं उनके लिए एक बड़ी खबर सामने आई है जो कि रेल के Privatization से संबंधित है. फिलहाल काफी समय से इस बारे में बात चल रही है कि रेल का निजीकरण केंद्रीय सरकार (Central Government) द्वारा होने वाला है. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कुछ दूसरी कंपनियों का भी सरकार द्वारा निजीकरण किया जा सकता है. निजीकरण से संबंधित जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा मिली है.
कब से होगा रेल का Privatization
रेल मंत्री ने संसद में यह सूचना दी है की अभी सरकार का Privatization का कोई इरादा नहीं है. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने लिखित में यह जवाब भी दिया है कि ‘ सरकार ने पहले भी स्पष्ट किया है और अब फिर कर रहे हैं कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नहीं होगा ‘. जब से बैंकों का निजीकरण हुआ है तब से यह खबर फैल चुकी थी कि अब भारतीय रेलवे का भी Privatization होने की भी पूरी उम्मीद है. लेकिन इस बात से रेल मंत्री ने संसद में साफ मना कर दिया है. साथ ही साथ उन्होंने रेलवे के नए Plan के बारे भी सूचना दी. उन्होंने कहा कि Future में रेल की सुविधाओं में वृद्धि होगी. साथ ही साथ बहुत सी ट्रेनों में भी Change लाया जाएगा.
काफी रूटों पर अब नजर आएगी वंदे भारत ट्रेन
अश्वनी वैष्णव के द्वारा यह जानकारी भी सामने आई है कि अब काफी Routes पर वंदे भारत ट्रेन को शुरु किया जाएगा. फिलहाल लगभग 14 Routes पर यह ट्रेन शुरू की जा चुकी है. इन Routes को और रफ्तार से बढ़ाया जा रहा है. कुछ ही समय में भारतीय रेल काफी उन्नति हासिल कर लेगा. इसके लिए भारतीय रेल काफी Projects पर काम कर रही है. रेल मंत्री से यह भी पता चला है जब यात्रियों के लिए यात्रा को और सुविधाजनक बनाने के लिए अब रेलवे का गति शक्ति कार्गो टर्मिनल (GCT) नीति के अंतर्गत अगले 3 सालों में GCT को develop करने का उद्देश्य है. बता दें कि 22 GCT पर पहले ही काम शुरू हो चुका है.
GCT ऑपरेटरों की यह होगी ज़िम्मेदारी
रेल मंत्री ने रेलवे में जितने भी विकास को लेकर तैयारियां चल रही हैं उन पर काफी Detail में बात की है. रेल मंत्री की माने तो टर्मिनल को बनाने के लिए और कार्य पूरा करने के लिए GCT ऑपरेटरों की नियुक्ति निविदा प्रक्रिया द्वारा की जाएगी. इसके साथ साथ रेलवे टर्मिनल को गैर रेलवे जमीन पर Develop करने के लिए GCT ऑपरेटरों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि इसके लिए वह सही जगह चुने. आप ये लेख KhabriRaja.Com पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.