हरियाणा के बिजली मंत्री का बड़ा ब्यान, कहा- मैं बृजभूषण का चेहरा भी पसंद नहीं करता
चंडीगढ़ :- भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर कुछ समय से हरियाणा के पहलवान दिल्ली में जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं. हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला भी इन पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पर आए हुए हैं. बिजली मंत्री रणजीत सिंह का कहना है कि बृजभूषण पर इतने गंभीर आरोप (Serious Allegation) लगने के बाद भी बृजभूषण इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. बृजभूषण को इस्तीफा देकर जांच का सामना करना चाहिए. रणजीत सिंह का कहना है कि इतने गंभीर आरोप के बाद में तो बृजभूषण सिंह का चेहरा भी देखना पसंद नहीं करता. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
ब्रज भूषण को जल्द दे देना चाहिए इस्तीफा
कुछ समय से बृजभूषण पर लगे आरोपों के कारण जंतर मंतर पर पहलवान धरने (Strike) पर बैठे हैं. बिजली मंत्री का कहना है कि इस मामले को लंबा नहीं खींचना चाहिए. जब हमारे देश की बेटियां भी बृज भूषण सिंह पर आरोप लगा रही हैं और धरने पर बैठी है तो इससे बड़ा और क्या होगा. एजेंसियों को जल्द से जल्द कमेटी बनाकर इसकी सच्चाई का पता लगाना चाहिए. हरियाणा के बिजली मंत्री रणदीप सिंह ने कहा है कि अगर बृजभूषण के अंदर जरा सी भी इंसानियत है तो उनको तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए.
पत्रकारों के साथ रणजीत सिंह ने की बातचीत
चंडीगढ़ के पत्रकारों के साथ हुई बातचीत में रणजीत सिंह ने बताया है कि यह अच्छी बात नहीं है कि देश के झंडे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहराने वाले खिलाड़ियों को धरने पर बैठना पड़े. यह हमारे देश के खिलाड़ियों का अपमान होगा. बृजभूषण सिंह पर खिलाड़ियों पर एक राजनीतिक घराने का हाथ होने पर गंभीर आरोप लगाया गया है. इसी सवाल पर चौटाला ने कहा है कि इतने गंभीर आरोप के बाद व्यक्ति को खुद को Defend करने की जरूरत नहीं होती है. उन्होंने खिलाड़ियों पर जो आरोप लगाए हैं उन्हें ना तो मैं पसंद करता हूं और ना ही हमारे देश वासी ऐसे आरोप पसंद करते हैं.
लाल बहादुर शास्त्री ने भी दीया था इस्तीफा
बिजली मंत्री का कहना है कि यह मामला पहले ही काफी लंबा खिंच गया है. इस मामले को और लंबा नहीं खींचना चाहिए. अगर हमारी देश की बेटियां भी धरने पर बैठे हैं और आरोप लगा रहे हैं तो इससे बड़ा और क्या होगा. बृजभूषण सिंह को जल्द से जल्द अपना इस्तीफा देकर जांच का सामना करना चाहिए. चौटाला ने उदाहरण देते हुए कहा है कि लाल बहादुर शास्त्री ने एक हादसे के बाद तुरंत इस्तीफा दे दिया था. लाल बहादुर शास्त्री जी ने महम कांड के बाद छह मंत्रियों के साथ इस्तीफा दिया था. उनका कहना था कि मंत्री और नेता जनता ने हीं बनाए हैं और जनता की भावनाओं की कद्र करना हमारे लिए सर्वोपरि है.