Farmer News: किसानों की बल्ले-बल्ले, MSP से भी 5% ज्यादा पहुंचा गेहूं का मंडी भाव
नई दिल्ली, Farmer News :- इस बार 2022-23 का रबी सीजन गेहूं के उत्पादन के लिए काफी बढ़िया साबित हुआ है. इस बार बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि भी हुई जिसके बावजूद किसानों की गेहूं की बिक्री बढ़िया दामों पर हुई है. यहां तक कि गेहूं का रेट इस बार MSP यानी Minimum Support Price से भी ज्यादा है. गेहूं की बिक्री MSP से 5% ज्यादा रेट पर हो रही है. इस वजह से किसानों की भी बढ़िया कमाई हो रही है. पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि की वजह से गेहूं की Quality पर प्रभाव पड़ा है जिससे गेहूं की कीमत गिर सकती थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
इन राज्यों में अभी भी है गेहूं की बिक्री जारी
कुछ राज्य ऐसे भी हैं जिनमें गेहूं की खरीदी अभी भी चल रही है जैसे कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब. रोजाना भारी संख्या में किसान गेहूं की बिक्री के लिए मंडियों में जाते हैं. फिलहाल यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में गेहूं की कीमत बढ़ने के पूरे आसार हैं. फिलहाल गेहूं की सरकारी खरीद का समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल है. इसके विपरीत बाजार के अंदर गेहूं का भाव 2325 रुपए प्रति क्विंटल है. केंद्र सरकार का मानना है कि इस बार गेहूं के उत्पादन ने सारे Record तोड़ दिए. परंतु अभी भी सरकार के निर्धारित लक्ष्य से गेहूं की खरीदी बहुत पीछे है.
सरकार द्वारा इस तारीख तक खरीदा जाएगा गेहूं
फिलहाल केंद्र सरकार का रबी सीजन 2022-23 के लिए गेहूं की खरीदी का लक्ष्य 341.5 लाख मैट्रिक टन है. परंतु 23 मई तक सरकार के द्वारा गेहूं की खरीदी केवल 265 लाख टन की हो पाई है. फिलहाल काफी राज्य ऐसे हैं जिनकी मंडियों में गेहूं की बिक्री बंद की जा चुकी है. हालांकि सरकार कह रही है कि वह गेहूं की खरीदारी 30 जून तक जारी रखेगी. फिलहाल केंद्र सरकार अपने लक्ष्य से 76.5 लाख मैट्रिक टन पीछे है. वहीं पंजाब अपने लक्ष्य से 11 लाख मैट्रिक टन पीछे है. इसके साथ हरियाणा को 12 लाख मैट्रिक टन तथा मध्य प्रदेश को 9 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदना पड़ेगा जिससे कि वह अपने Target को पूरा कर सके.
उत्तर प्रदेश में हुई है अब तक गेहूं की इतनी खरीद
गेहूं उत्पादन में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है और वहां भी यह राज्य अपने Target से बहुत पीछे है. देश में कुल गेहूं उत्पादन की 32% हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की है. उत्तर प्रदेश का गेहूं खरीदने का लक्ष्य 35 लाख मैट्रिक टन था लेकिन अभी तक वहां पर गेहूं की खरीद केवल 210499 मेट्रिक टन हुई है. इसका मतलब यह है कि उत्तर प्रदेश फिलहाल अपने Target से लगभग 14 लाख मैट्रिक टन पीछे है. सरकार का इस बार अनुमान है कि देश में इस बार 112 मिलियन टन गेहूं उत्पादन होगा.