Chanakya Niti: कामुकता के साथ इन 4 चीजों में पुरुषों पर भारी होती हैं महिलाएं, सुनकर नहीं हो पाएगा यकीन
नई दिल्ली :- आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) की न केवल भारत में बल्कि भारत के साथ-साथ दुनिया के सबसे बड़े अर्थशास्त्रियों, कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञों में गणना की जाती है. उनकी नीतिया आज भी बहुत फेमस है और Society के लोगो को राह दिखा रही हैं. चाणक्य नीति में आचार्य कौटिल्य की Policies के बारे में लिखा गया है. Chanakya Niti आज भी पहले जैसी प्रसिद्ध है जिस से हमे सही राह पर चलने की सीख मिलती है.
Chanakya Niti में बताया है महिलाओं के चार गुणों के बारे में
आपको बता दे कि इस निति मे पुरुष, Career, मित्रता, धन-संपत्ति से जुड़ी बातों का जिक्र किया है. आचार्य चाणक्य ने बताया कि महिलाओ मे ऐसे 4 गुण होते है जिनकी वजह से पुरुष महिलाओं के आगे कही नही ठहरते. आचार्य चाणक्य द्वारा इस बारे में श्लोक भी लिखा गया है- स्त्रीणां दि्वगुण आहारो बुदि्धस्तासां चतुर्गुणा, साहसं षड्गुणं चैव कामोष्टगुण उच्यते.
महिलाओ को क्यों चाहिए ज्यादा कैलोरी
आपको जानकर हैरानी होगी कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में दोगुना अधिक भूख लगती है और महिलाओ को शारीरिक संरचना के कारण ज्यादा कैलोरी की आवश्यकता होती है. इसलिए महिलाओ को हमेशा भरपेट खाना चाहिए.
महिलाओं की बुद्धि होती है ज्यादा तेज
पुरुषो के मुकाबले महिलाओं के पास ज्यादा तेज बुद्धि होती है. वह अपनी सूझ- बूझ के जरिए हर समस्या से बाहर निकल जाती है, जो पुरुषो के लिए इतना आसान नहीं होता, इसलिए आचार्य चाणक्य ने पुरुषो की तुलना मे महिलाओं के पास ज्यादा तेज बुद्धि वाली बात कही है.
महिलाओं के पास 6 गुना अधिक साहस
हम ज्यादातर यही सोचते है कि पुरुष ज्यादा साहसी होते है, लेकिन ये गलत है. आचार्य चाणक्य ने बताया है कि पुरुषो की तुलना मे महिलाओं के पास 6 गुना अधिक साहस होता है. वो पुरुषो से ताकतवर और अधिक सहनशील होती है. वह किसी भी समस्या से घबराती नहीं है और उनका डट कर सामना करती है.
महिलाओं में 8 गुना ज़्यादा होती हैं काम भावनाए
अमूमन ऐसा माना जाता है कि पुरुषों में काम भावनाएं ज़्यादा होती है लेकिन आचार्य का मानना अलग है। उन्होंने कहा कि महिलाओ में पुरुषों की बजाये 8 गुना अधिक काम भावनाए होती है. इसका जिक्र उन्होंने अपने श्लोक मे किया है. आचार्य चाणक्य ने बताया कि पुरुषों में काम भावना होती तो है, लेकिन महिलाओं जितनी अधिक नही होती.