ओडिशा ट्रेन दुर्घटना मे रेल ड्राइवर अभी तक नहीं पहुँचा घर, दो हफ्तों से इंतजार मे परिवार
उड़ीसा :- 2 जून का दिन देश की जनता को हमेशा याद रहेगा. 2 जून को उड़ीसा में एक बहुत बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें 291 लोगों ने अपनी जान गवाई थी. जबकि 1100 लोग घायल हो गए थे. उस समय कोरोमंडल एक्सप्रेस Train को गुना निधि चला रहे थे. इस हादसे को दो हफ्ते से भी ज्यादा समय हो चुका है. लेकिन अभी तक लोगों के मन में एक सवाल है कि यह हादसा कैसे हुआ.
ट्रेन का ड्राइवर अभी तक नहीं पहुंचा घर
इस ट्रेन को चलाने वाले Driver गुनानिधि मोहंती का इंतजार अभी तक उनके परिवार वाले कर रहे हैं. Report से पता लगा है कि अभी तक गुना निधि घर नहीं पहुंचे हैं. उनके पिता ने कहा कि अभी तक उनका बेटा घर नहीं आया है. हमें उसका बहुत इंतजार है. गांव के लोग मेरे बेटे को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. लेकिन वह कैसे बता सकते हैं कि उस शाम वहां क्या हुआ था. 2 जून को खड़गपुर से भुवनेश्वर जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में बाहानगा बाजार स्टेशन के लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से भीड़ गई थी. हादसे के बाद ट्रेन का कुछ हिस्सा दूसरी पटरी पर पहुंच गया और उसे पर आ रही हावड़ा यशवंतपुर एक्सप्रेस से जा टकराया.
चार-पांच दिन पहले मिल चुकी है अस्पताल से छुट्टी
एक रिपोर्ट से पता लगा है कि गुना निधि को करीब चार-पांच दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. AMRI अस्पताल ने भी एचटी को बताया कि दोनों लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट को चार-पांच दिन पहले ही डिस्चार्ज किया गया है. लेकिन वह अभी तक घर नहीं पहुंचे हैं. उनके छोटे भाई ने कहा कि किसी ने भी हमें हमारे भाई के बारे में नहीं बताया है. उन्हें लगा कि वह अभी तक भी अस्पताल में है.
सीबीआई कर रही है पूरे मामले की जांच
2 जून को हुए इस बड़े हादसे की अभी तक सीबीआई जांच कर रही है. एक बार टीम हादसे की जगह पर जाकर दौरा कर चुकी है. साथ ही उस स्टेशन के सभी उपकरण लॉग बुक को भी जप्त कर लिया है. सीबीआई के साथ रेलवे सुरक्षा आयुक्त भी जांच में जुटी हुई है.