Chanakya Niti: ऐसी महिला का साथ जीवन कर देता है तबाह, जरूर जान लें ये चाणक्य नीति
Chanakya Niti :- भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र के पितामह के नाम से पहचाने जाने वाले आचार्य चाणक्य का Niti Shastra आज के युग में भी इंसानों के सुखद जीवन के लिए काफी महत्व रखता है. Chanakya का नीति शास्त्र राजा महाराजाओं के शासनकाल के समय से चला आ रहा है. Chanakya Niti के बल पर कई राजाओं ने सफलतापूर्वक शासन किया. इन्हीं नीतियों के बल पर ही चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट घोषित किया था. बता दें कि, चाणक्य की नीतियों को आज के युग के जीवनकाल में भी काफी प्रसांगिक माना जाता है. यह नीतियाँ सिर्फ राजनीति में ही नहीं व्यवहारिक जीवन में भी अहम भूमिका का निर्वाह करती है. ये आज भी लोगों का दिशानिर्देश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
महिलाओं के गुण व अवगुणों के बारे में चाणक्य ने दी जानकारी
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में महिलाओं की कुछ विशेषताओं के बारे में भी जानकारी दी है. उनका कहना है कि महिलाओं में कुछ खास विशेषताओं के होने पर न केवल उनका खुद का बल्कि उससे जुड़े सारे रिश्तों का जीवन संवर जाता है. वहीं, यदि महिलाओं में कुछ खामियां, कुछ कमियां है तो उसके जीवनसाथी को वे खामियां भुगतनी पड़ती है और वह महिला उसे कभी भी मुसीबतों में डाल सकती हैं. चाणक्य नीति में महिला से जुड़े ऐसे ही गुण- अवगुणों के बारे में उल्लेख किया गया है. आइए जानते हैं –
चाणक्य ने बताई महिलाओं की खासियत
- Chanakya Niti का महिलाओं के संबंध में कहना है कि यदि पत्नी अच्छा आचरण ना करती हो. परिवार की बदनामी करवाती हो या बदनामी का कारण बनती हो, तो ऐसी स्थिति में पत्नी का त्याग करना ही एक उचित रास्ता है. आप ये पोस्ट KhabriRaja.Com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
- आचार्य चाणक्य की दूसरी नीति के मुताबिक, यदि पत्नी की प्रवृत्ति झगड़ालू, धैर्यहीन, असंतोषी और जिसके पास संस्कारों की कमी हो अथवा असंस्कारी हो, तो ऐसे परिवार को भी बर्बाद होने में ज्यादा समय नहीं लगता है. ऐसे परिवार में कभी भी सुख शांति नहीं रह सकती है.
- आचार्य के मुताबिक, जब पति के पास मान- सम्मान ना हो, खर्च करने के लिए धन ना हो, वह चारों तरफ से मुसीबतों से घिरा हुआ हो और तब भी पत्नी यदि उसका साथ देती है, तो ऐसी पत्नी बहुत नसीब वाले लोगों को ही मिल पाती हैं. ऐसी पत्नी का बहुत आदर करना चाहिए.
- आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, ऐसी पत्नी जो अपने पति से कभी भी किसी भी प्रकार का सच ना छुपाए और अपने पति से बहुत प्यार करें व उसका सम्मान करें और हर परस्थिति में उसका साथ दें, ऐसी पत्नी उत्तम कहलाती है.