Haryana School News: हरियाणा के स्कूलों में बच्चों को मुफ्त मिलेगी वर्दी- पुस्तक और बैग, हरियाणा सरकार ने जारी किया आदेश
रेवाड़ी, Haryana School News :- सरकार द्वारा रूल बनाया गया है कि अब से पहले क्लास में दाखिला लेने के लिए बच्चे की उम्र साडे 5 साल होना जरूरी है. अगर बच्चे की उम्र साडे 5 साल से कम है तो बच्चे को पहली क्लास में दाखिला नहीं मिलेगा. इसलिए सरकार ने एक नई कक्षा की शुरुआत की है. नए सत्र से अब सभी प्राइमरी और मिडिल सरकारी स्कूलों में नर्सरी की पढ़ाई कराई जाएगी. नई शिक्षा नीति में इसका प्रावधान किया गया है. इस कक्षा को बाल वाटिका नाम दिया गया है.
सरकारी स्कूलों में शुरू होगी बाल वाटिका कक्षा
रेवाड़ी के सभी प्राइमरी और मिडिल सरकारी स्कूलों में अब से नर्सरी कक्षा शुरू की जाएगी. इस कक्षा में 3 साल की उम्र के बच्चों का दाखिला होगा. अधिकारियों का कहना है कि जिले में 396 प्राइमरी और 96 मिडिल स्कूल है. इन सभी स्कूलों में बाल वाटिका प्रारंभ की जाएगी. 3 साल से 8 साल तक के बच्चों को फाउंडेशन स्टेज में रखा जाएगा. इसमें 2 साल आंगनबाड़ी के होंगे.
दाखिला एवं कक्षा समय
बाल वाटिका के लिए भी विद्यालय समय बड़े बच्चों के समय के साथ ही रखा गया है, ताकि छोटे विद्यार्थी अपने भाई बहनों के साथ विद्यालय में आ सके. इनका पढ़ना- लिखना, खेलकूद, मध्यान भोजन सब मिलाकर कुल 4 घंटे 30 मिनट का स्कूल होगा. इस बीच बच्चों को जलपान के लिए दो बार समय दिया जाएगा.
मुफ्त में मिलेंगे वर्दी, किताबें और बैग
सरकार द्वारा 2009 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम चलाया गया था. इस अधिनियम के तहत बाल वाटिका में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल की वर्दी, किताबें तथा बैग निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही कार्य पुस्तकें भी दी जाएंगी. पाठ्य पुस्तकों की व्यवस्था के लिए एनसीईआरटी द्वारा जादुई पिटारा नामक सामग्री तैयार की गई है. विभाग द्वारा एनसीईआरटी की यह सामग्री ही बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी.
चार भागों में दी जाएगी शिक्षा
1. फाउंडेशन स्टेज
फाउंडेशन तेज पहली स्टेज होगी, जिसमें 3 साल से लेकर 8 साल के बच्चों का दाखिला होगा. इस स्टेज में पहले 2 साल आंगनबाड़ी, 1 वर्ष बाल वाटिका, 2 वर्ष प्रथम और द्वितीय कक्षा के शामिल होंगे. फाउंडेशन स्टेज के तहत भाषा कौशल और शिक्षण के विकास पर ध्यान दिया जाएगा.
2. Preparatory स्टेज
Foundation Stage के बाद Preparatory स्टेज आएगी. इस Stage में 8 साल से लेकर 11 साल के बच्चों को दाखिला दिया जाएगा. इसमें कक्षा 3 से लेकर 5 तक के बच्चे शामिल होंगे. इन क्लासों की शिक्षकों का उद्देश्य प्रीपेडरी स्टेजो में बच्चों के अंदर भाषा और संख्यात्मक कौशल विकसित करना है. प्रीपेटरी स्टेज में छात्रों को उनकी क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाया जाएगा.
3. मिडिल स्टेज
यह Stage तीसरे नंबर पर आती है. इस स्टेज के तहत कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चे शामिल होंगे. छठी क्लास के बच्चों को कोडिंग की शिक्षा दी जाएगी और उन्हें व्यवसाय प्रशिक्षण के साथ-साथ इंटरशिप का भी मौका दिया जाएगा.
4. सेकेंडरी स्टेज
सेकेंडरी स्टेज स्कूल की लास्ट स्टेज होगी. इसमें कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा. पहले छात्र या छात्राओं द्वारा प्लस वन कक्षा में साइंस ,कॉमर्स या Art ली जाती थी. लेकिन अब इसको समाप्त कर दिया गया है. अब बच्चा अपनी इच्छा से सब्जेक्ट को चुन सकता है जैसे कि साइंस स्ट्रीम के साथ बच्चा कॉमर्स या फिर कॉमर्स के साथ Arts side को भी ले सकता है.