Ramayan Facts: रामायण के एक एपिसोड को बनाने में खर्च होती थी इतनी मोटी रकम, पर कमाई के नाम पर होता था मजाक
मनोरंजन :- पूरे भारत में रामानंद सागर की Ramayan बहुत प्रसिद्ध हुई थी. यह देश की पहली Ramayan थी जिसने सभी लोगों का दिल जीत लिया था. कोरोना के समय Lockdown में एक बार फिर से लोगों के बीच इस रामायण को प्रदर्शित किया गया था. आज हम आपको बताएंगे कि रामायण के एक Episode के बनाने में आखिर कितना खर्च आता था और 1 एपिसोड से प्रोड्यूसर को कितनी कमाई होती थी.
रामायण सीरियल के 1 एपिसोड का आता था लाखों में खर्च
1987 में टेलीकास्ट हुई रामानंद सागर का रामायण सीरियल केवल एक शो नहीं था बल्कि इस सीरियल से लोगों की आस्था भी जुड़ी हुई थी. Lockdown में जब रामायण को फिर से TV पर telecast किया तो श्रद्धा और भक्ति का भाव लोगों के मन में देखने को मिला. ऐसा ही भाव 90 के दशक में लोगों के अंदर था. आज हम आपको सीरियल से जुड़ी खास और दिलचस्प बातों के बारे में बताएंगे.
प्रोड्यूसर के लिए शूट करना था मुश्किल
90 के दशक में मोहल्ले के सभी लोग रामायण को देखने के लिए इकट्ठा हो जाते थे. रामायण के हर एपिसोड के लिए लोग स्क्रीन पर टकटकी लगाए रखते थे. रामानंद सागर जी ने भी रामायण के हर एक एपिसोड को बेहतर बनाने के लिए दिन और रात एक कर दिया था. पहले हर एक एपिसोड के dialogue को लिखना और फिर उसे उसी हिसाब से शूट करना उनके लिए इतना आसान नहीं था. रामायण के हर एपिसोड को बेहतर बनाने के लिए काफी खर्च होता था.
1 एपिसोड की होती थी लाखों में कमाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उस समय रामायण के 1 एपिसोड को बनाने में लगभग ₹900000 का खर्च आता था. लेकिन इस रामायण सीरियल की लोकप्रियता इतनी ज्यादा थी कि 1 एपिसोड पर आने वाले खर्च से कहीं गुना कमाई होती थी. एक Research के मुताबिक उस वक्त में Producers 40,00,000 रुपए एक एपिसोड में कमाते थे. उस वक्त इस सीरियल ने 78 एपिसोड टेलीकास्ट किए थे. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि शो के बजट और कमाई कितनी हुई होगी. इस शो की शूटिंग भी आसान नहीं थी. 100 से भी ज्यादा टेक्नीशियन रात दिन मिलकर इस शो के लिए काम करते थे. वहीं कलाकारों ने भी रामायण के लिए जी जान लगा दी थी. इतनी मेहनत के बाद रामायण का सीरियल सभी लोगों के दिल में बसा था.