Bank Privatization: इस एक बैंक को छोड़ कर सभी बैंक हो जाएंगे प्राइवेट, सरकार ने जारी की ये लिस्ट
नई दिल्ली, Bank Privatization :- पूरे भारत देश में बहुत से बैंक हैं. इनमें से कुछ बैंक प्राइवेट और कुछ बैंक सरकारी है. हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है, जिससे पता लगा है कि सरकार जल्द ही सरकारी बैंकों का Privatization कर सकती है. सरकार का कहना है कि वह न केवल बैंक बल्कि कंपनियों को भी प्राइवेट करने का सोच रही है. यह निर्णय अब रफ्तार पकड़ रहा है. इससे पहले भी सेंट्रल गवर्नमेंट ने बहुत से सरकारी बैंकों को Private किया था. सरकारी कर्मचारी सरकार के इस फैसले का काफी विरोध कर रहे हैं.
सरकार कर सकती है सरकारी बैंकों का प्राइवेटाइजेशन
जानकारी से पता लगा है कि दो प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने कहां है सरकार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को छोड़कर अन्य सभी सरकारी बैंकों को प्राइवेट कर देना चाहिए. वही साथ ही यह भी कहा है कि सरकार को देश के 6 सरकारी बैंकों को निजी हाथों में नहीं सौंपना चाहिए.
इन बैंकों को नहीं किया जाएगा प्राइवेट
नीति आयोग सरकारी अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि जो भी सरकारी बैंक Consolidation का हिस्सा है उन सभी बैंकों को प्राइवेट नहीं किया जाएगा. नीति आयोग ने इन बैंकों की एक सूची तैयार की है, जिसमें यूनियन बैंक, एसबीआई, Bank Of Baroda, Canara बैंक एंड इंडियन बैंक शामिल है. इन बैंकों को प्राइवेट नहीं किया जाएगा.
पिछले साल एक बैंक को प्राइवेट करने का किया था ऐलान
पिछले साल वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए ऐलान किया था कि आईडीबीआई बैंक को जल्द ही प्राइवेट हाथों में सौंपा जाएगा. सरकार इस बैंक में अपने पूरे हिस्से को बेचना चाहती है. तब से यह प्रक्रिया प्रोसेस में है. लेकिन सरकार के इस निर्णय का लगातार विरोध किया जा रहा है. परंतु सरका अपने इस फैसले को नहीं बदल रही है. साथ ही वित्त मंत्री ने कहा है कि एक बीमा कंपनी का विक्रय भी किया जाएगा.
2019 में मर्ज किए थे बैंक
जैसा की आप सबको पता है सरकार ने अगस्त 2019 में 10 में से 4 बैंक को मर्ज करने का भी निर्णय लिया था. उसके बाद देश में सरकारी बैंक की संख्या 27 से घटकर 12 पर पहुंच गई थी. सरकार द्वारा अब इन सरकारी Banks का निजीकरण करने के बारे में कोई खबर सामने नहीं आई है वित्त मंत्री का कहना है कि इन सभी बैंकों को निजी करण से दूर रखा जाएगा.