ML Khattar: हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने इन लोगों के खातों में भेजे 181 करोड़ रुपये, आप भी चेक करें अपना अकॉउंट
चंडीगढ़, ML Khattar :- इस साल मार्च और अप्रैल के महीने में हरियाणा के काफी जिलों में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि हुई थी, जिस वजह से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ था. किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों को Compensation देने के लिए ऐलान किया था. Government द्वारा कुछ लोगों को नियुक्त किया गया था जिन्होंने खेतों में जाकर खराब फसल का ब्यौरा लिया था और उसके बाद किसानों के मुआवजे की राशि को तय किया गया था.
मुआवजे की राशि को किसानों के खाते में कराया गया ट्रांसफर
हाल ही में खबर आई है कि बेमौसमी बारिश के कारण किसानों की जो भी रबी की फसल में नुकसान हुआ था, उसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को 181 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि जारी की है. मुख्यमंत्री ने इस मुआवजे की राशि को सभी किसानों के Account में क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से Transfer किया है. जिला उपायुक्त भी उस समय Video Conference के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
मुआवजे के तौर पर दिए गए 181 करोड रुपए
मुख्यमंत्री ने बताया है कि मार्च और अप्रैल में फसल पक कर तैयार हो जाती है परंतु इस बार ओलावृष्टि होने के कारण काफी सारे किसानों को नुकसान सहना पड़ा था. इसीलिए फसल क्षति का विशेष सर्वेक्षण किया गया, जिसके अनुसार हरियाणा के 18 जिलों में 2.09 लाख एकड़ में फसल की क्षति दर्ज की गई थी. ओलावृष्टि होने की वजह से गेहूं, सरसों और तोरिया फसलों के लिए 67758 किसानों को 181 करोड रुपए की राशि मुआवजे के रूप में जारी की गई है. सरकार ने किसानों के फायदे के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल भी जारी किया है. जहां पर किसानों ने अपने मुआवजे के लिए पंजीकरण करवाया था.
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत देते हुए गत मार्च व अप्रैल में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण रबी की फसल के नुकसान के लिए 181 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की है। #Haryana #DIPRHaryana pic.twitter.com/cXydJGKtmD
— DPR Haryana (@DiprHaryana) June 1, 2023
किसानों को पहले मुआवजे के लिए करना पड़ता था वर्षों इंतजार
मुख्यमंत्री ने बताया है कि पहले किसानों को मुआवजा पाने के लिए वर्षों इंतजार करना पड़ता था परंतु अब सरकार ने ई गवर्नर्स की दिशा में बढ़ते हुए किसानों को समय से पहले ही मुआवजा दे दिया है. साथ ही कहा है कि क्षतिपूर्ति पोर्टल फसल नुकसान के समय आवेदन सत्यापन और मुआवजा प्रदान करने की प्रणाली में कोई भी भेदभाव नहीं किया गया है. जिस भी किसान ने मेरा फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण करवाया था उन सभी के खातों में राशि सीधे जमा करवाई गई है. हरियाणा में ऐसा पहली बार हुआ है कि मुआवजा राशि को सीधा किसानों के खातों में डाला गया है, जबकि पहले उपायुक्तों की सहायता से यह राशि किसानों तक पहुंचाई जाती थी.