Haryana News: हरियाणा में इस दिन किसानों के खातों में आएंगे मुआवजों के रूपए, मुख्यमंत्री खट्टर का बड़ा एलान
चंडीगढ़ :- पिछले दिनों बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की अत्यधिक फसल खराब हो गई थी. जिसके बारे में हरियाणा के CM Manohar Lal का कहना है कि फसल की गिरदावरी की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है. सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद में किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा. हमने ऐसी व्यवस्था का निर्माण किया है जिसमें किसान अपनी फसल के नुकसान की जानकारी स्वयं दे सकता है. इसके लिए सुरक्षा की पूर्ति Portal का निर्माण किया गया है.
हरियाणा की जनता मेरा परिवार : मुख्यमंत्री
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री शुक्रवार को देर रात चंडीगढ़ के एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे. वहां पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ई- टेंडरिंग से काम में पारदर्शिता आई है और काम जल्दी भी हो रहे हैं. उनका कहना है कि लगभग सभी सरपंचों द्वारा इस पद्धति को अपनाया गया है. किसी भी सरपंच द्वारा इसका विरोध नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की पौने तीन करोड़ जनता मेरा परिवार है और जनता की समस्याओं का हल करने, भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमने व्यवस्था परिवर्तन में अनेकों काम किए है. आप ये पोस्ट KhabriRaja.Com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं
मुख्यमंत्री ने किए विपक्ष पर सवाल खड़े
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विपक्ष ने ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद कर दिया था तो उन्होंने फिर ऐसा क्यों किया था, और आज वे नारे लगा रहे हैं कि Old Pension को फिर से लागू करो. केंद्र सरकार ने नई पेंशन योजना को लेकर कमेटी का गठन किया है. जब कमेटी का निर्णय आएगा तभी आगे कुछ कार्रवाई की जाएगी. विपक्ष द्वारा बार-बार श्वेत पत्र जारी करने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्वेत पत्र अपने काम करने के लिए कभी नहीं लाया जाता. श्वेत पत्र को दूसरे दलों के खिलाफ या उनकी कार्यप्रणाली के खिलाफ प्रस्तुत किया जाता है. हमारा बजट का दस्तावेज ही हमारा श्वेत पत्र है.
सुप्रीम कोर्ट लेगा एसवाईएल के बारे में निर्णय
बता दें कि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि SYL के कारण हमें अपने हिस्से का पानी नहीं दिया जा रहा है. Supreme Court हरियाणा के हक में फैसला दे चुके हैं. अभी भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा ही निर्णय लिया जाएगा कि एसवाईएल का निर्माण कैसे होगा और कौन बनाएगा.