NDA Result: NDA का रिजल्ट हुआ जारी, कुरूक्षेत्र के बेटे ने देशभर मे हासिल की 5th रैंक
कुरुक्षेत्र, NDA Result :- कुछ समय पहले संघ लोक सेवा आयोग ने 2022 की नेशनल डिफेंस एकेडमी और नेवल एकेडमी की फाइल लिस्ट को जारी किया है. इस लिस्ट में कुरुक्षेत्र के गुरुकुल के आयुष कुमार ने पूरे भारत देश में पांचवी रैंक हासिल कर पूरे कुरुक्षेत्र का नाम रोशन किया है. राज्यपाल आचार्य देवव्रत आर्य ने आयुष कुमार को सफलता पर खूब सारी बधाइयां दी हैं.
कुरुक्षेत्र के आयुष कुमार ने हासिल की पांचवी रैंक
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी किए गए फाइनल लिस्ट में कुरुक्षेत्र के आयुष कुमार ने पांचवी रैंक हासिल की है. आयुष ने न केवल अपने मां-बाप बल्कि गुरुकुल और अपने गुरुजनों का भी मान बढ़ाया है. महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आयुष और उसके परिजनों को खूब बधाइयां दी हैं. वही गुरुकुल के प्रधान राज कुमार गर्ग, निदेशक कर्नल, अरुण दत्ता, प्राचार्य सूबे ने भी इस शानदार रिजल्ट के लिए रामनिवास आर्य जितेंद्र अहलावत मुख्य संरक्षक संजीव आर्य सूबेदार बलवान सिंह को ढेर सारी बधाइयां दी.
गुरुकुल के बच्चों में छाया उत्साह
कुरुक्षेत्र के गुरुकुल के आयुष कुमार ने एनडीए में पांचवीं रैंक हासिल कि है. इस वजह से गुरुकुल के सभी छात्रों में अलग ही उत्साह और जोश देखने को मिल रहा है. निदेशक कर्नल अरुण दत्ता का कहना है कि संघ लोक सेवा आयोग ने पिछले साल 4 सितंबर को एनडीए व NA की लिखित परीक्षा करवाई थी. इस परीक्षा में पूरे देश से लाखों बच्चों ने हिस्सा लिया था. कुरुक्षेत्र के गुरुकुल के काफी सारे छात्रों ने भी इस परीक्षा में हिस्सा लिया था. 11 छात्र लिखित परीक्षा एसएसबी इंटरव्यू और मेडिकल को पास करते हुए एनडीए के लिए चयनित हुए हैं. हाल ही में एनडीए का फाइनल रिजल्ट आया है जिसमें गुरुकुल के आयुष ने पूरे देश भर में 5वां Rank हासिल किया है. वहीं दीपक भारद्वाज ने 22वी रैंक पाई है. 11 छात्रों में से 8 बच्चों ने एनडीए और तीन बच्चों ने टीईएस के कोर्स के लिए अप्लाई किया है. इससे पहले गुरुकुल के एक छात्र ने भी 2021 में 14वां रैंक हासिल किया था.
गुरुकुल आने के बाद पता लगा क्या है एनडीए
ऑल इंडिया 5वीं रैंक हासिल करने वाले आयुष कुमार का कहना है कि गुरुकुल आने से पहले उनको एनडीए के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी. गुरुकुल में दाखिला लेने के बाद ही उन्हें एनडीए के बारे में पता लगा. आयुष के पिता का कहना है कि उन्होंने आयुष को अच्छे संस्कार और Delhi की Polluted Environment से बचाने के लिए आयुष को गुरुकुल में भेजा था. वहां पर कर्नल और उनकी टीम ने आयुष के अंदर छिपी प्रतिभा को पहचाना और उसे हीरे की तरह तराशा. गुरुकुल के वातावरण में आयुष के मस्तिष्क को बिल्कुल बदल दिया, जिससे की एक साधारण सा दिखने वाला बच्चा काफी असाधारण काम करने लगा. आयुष के पिता ने उसकी कामयाबी का पूरा श्रेय गुरुकुल के निदेशक कर्नल अरुण दत्त और उनकी Team को दिया है.