Mahendragarh News: महेंद्रगढ़ की लाडो नेवी में बनी सब लेफ्टिनेंट, देशभर से चुनी गई केवल 30 बेटियाँ
महेंद्रगढ़ :- महेंद्रगढ़ जिले के डोंगडा गांव में खुशी की लहर दौड़ी. इस गांव की लाडो बेटी ने Commission पास करके अपने मां बाप और गांव का नाम रोशन किया. आपको बता दें यह बेटी महेंद्रगढ़ जिले के डोंगड़ा गांव के निवासी गजेंद्र यादव व ऋतु यादव की बेटी श्रेष्ठा यादव है जिसने पुणे में सशस्त्र सेना चिकित्सा महाविद्यालय में MBBS का Test पास करके पासिंग आउट परेड में भारतीय नौसेना में स्थाई कमीशन हासिल किया.
Doctor बनके देश की सेवा करना चाहती थी श्रेष्ठा यादव
श्रेष्ठा यादव के दादा सूरजभान बोहरा ने अपनी पोती के बारे में बताया कि उन्होंने पुणे महाराष्ट्र से परीक्षा पास की ओर बताया कि मेडिकल आधार पर भारत में Total 30 छात्राओं में उनकी पोती का चयन हुआ क्योंकि उन्होंने बताया कि सेना के महा विद्यालय से Doctor बनके देश की सेवा करना चाहती थी और अब उसका ये सपना भारतीय नौसेना में सर्जन सब लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती होकर पूरा किया है. उन्होंने स्थाई कमीशन हासिल कर खुद का और परिवार नाम ऊंचा किया है.
बाकि बहन भाई भी हैं डॉक्टर बनने की कतार में
श्रेष्ठा यादव ने बताया कि उनके परिवार में दो डॉक्टर और भी हैं एक अंकिता यादव सुपर स्पेशलिस्ट स्त्री रोग विशेषज्ञ है तो दूसरी पूजा यादव ऑफिसर भारतीय वायु सेना में कार्यरत हैं. परिवार में उनकी दो बहने हैं जिनमे से एक बहन MBBS प्रथम चरण की छात्रा है तो दूसरी बहन दीक्षा यादव दिल्ली विश्व विद्यालय में बीएससी की अंतिम चरण की Student है. उनका एक भाई है जिनका नाम भव्य भूषण है, वो भी अपनी बहन की तरह डॉक्टर ही बनना चाहता है. आप ये लेख KhabriRaja.Com पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है मुझे कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
सारा श्रेय अपनी स्वर्गीय अम्मा सविता देवी को दिया
श्रेष्ठा यादव ने कामयाबी के इस मुकाम तक पहुंचने का सारा श्रेय अपनी स्वर्गीय अम्मा सविता देवी. अपने से बड़े गुरुजन व अपने परिवार को ही दिया है. Doctor श्रेष्ठा यादव की इस उपलब्धि पर गांव के सरपंच सोहन लाल बोहरा भी उपस्थित थे. उनके साथ दादा सूरज भान बोहरा, लव कुमार बोहरा, बबरूभन बोहरा, सरपंच सुनीता देवी, नरेंद्र बोहरा, सत्यनारायण बोहरा, सत्यवीर बोहरा, महिपाल बोहरा लखन सिंह, तारा चंद सत्यपाल, भगवान सिंह, अभय सिंह, महेंद्र, दादी निर्मला देवी, मां ऋतु और चाचा भरत जैसे सभी लोगों ने अपने तरीके से खुशी जताई.