एक मिस्ड कॉल से घर बैठे होगी फसल की सिंचाई, आप भी कर सकते हैं यह जुगाड़
नई दिल्ली :- देशभर में हमारे किसान खेती में अब नई सोच के साथ काम कर रहे हैं. ऐसा ही एक नया सिस्टम किसानों ने बना लिया है, जिसमें कई इलाके के किसानों ने खेत में मौजूद फसल को पानी देने के लिए मिस्ड Call से स्टार्ट होने वाला पंप का सिस्टम Set कर लिया. अगर भारत की बात करें तो ऐसे पंप चार- पांच साल से चलते रहे हैं और अलग-अलग इलाके की कई Company एग्रीकल्चर पंप बनाती है जो मोबाइल Phone से ऑपरेट होते हैं.
क्या है Missed Call Pump
किसानों ने मिस्ड कॉल पंप स्टार्ट सिस्टम को डिवेलप कर लिया है. यह मिस्ड कॉल पंप GSM Best Remote Control Switch होता है, जो मोबाइल फोन से ऑन और ऑफ होता है. इस मिस्ड कॉल पंप की मदद से किसान एग्रीकल्चर पंप को आसानी से शुरू और बंद कर सकते हैं. मोबाइल से हम इस सिस्टम के पंप के चलने का समय भी निर्धारित कर सकते है. इस पंप की मदद से किसान समय, पानी, बिजली और डीजल बचा पाएंगे.
नहीं पड़ती बार बार खेत में जाने की जरूरत
बिहार के कैमूर के एक किसान दिनेश त्यागी ऐसे ही एक पपं के साथ काम कर रहे हैं. वे बताते हैं कि वह 2 किलोमीटर दूर अपने घर से सिंचाई वाले पंप को ऑन-ऑफ कर लेते हैं. फसल में पानी देने के लिए उन्हें मोटर चलाने के लिए बार-बार खेतों में नहीं जाना पड़ता. अगर हम दिनेश को Techno Friendly Farmer कहे तो यह कोई गलत बात नहीं होगी. वें कुएं पर पानी की मोटर को खेत में जाए बिना ही ऑन ऑफ कर लेते हैं. यह सिस्टम मोबाइल बेस्ड है. एक मिस्ड कॉल से मोटर चलनी शुरू हो जाती है और मिस कॉल पर ही पंप बंद हो जाता है.
अब मोबाइल के मिस्स्कॉल से चलेगी मोटर
दिनेश ने आगे कहा “मैं 3 साल से ऐसे ही अपने खेत की सिंचाई कर रहा हूं. अब तो कोई परेशानी नहीं है. खेत पर जाने के बाद भी उन्हें कुएं तक जाने की जरूरत महसूस नहीं होती है. वह अपने मोबाइल से मिस कॉल देकर मोटर चला लेते हैं और दूसरे काम करते रहते हैं. जैसे ही वहां पर पानी पहुंचता है, वह मिस कॉल देकर अपने मोटर को बंद कर देते हैं और घर चले जाते हैं. कई बार खेत में पानी देने की जरूरत होती है और नहीं पहुंच पाने की स्थिति में यह तरीका बहुत कामगार है.
सर्किट तय करने में लगता है समय
फसल की सिंचाई के लिए Missed Call वाला वाटर पंप इलाके के लोगों को काफी ज्यादा पसंद आ रहा है. यह Motor Pump ऑन ऑफ करने के लिए आपको एक सामान्य मोबाइल की जरूरत होती है. दिनेश को यह जुगाड़ तैयार करने में ज्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ा. साधारण मोबाइल के अलावा हजार रुपए की जरूरत पड़ी, हालांकि इनके कनेक्शन और सर्किट तय करने में ज्यादा समय जरूर लगता है.