Kisan News: हरियाणा- राजस्थान के किसानों की बल्ले- बल्ले, इन राज्यों ने जारी की फसल मुआवजा राशि
चंडीगढ़ :- पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने सिर्फ हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में फसलों को खराब किया है. उत्तर भारत में ओलावृष्टि के कारण रबी की फसलें नष्ट हो गई है तो वहीं, दक्षिण मध्य भारत में बागवानी और मोटे अनाज की फसलों को अत्यधिक नुकसान पहुंचा है.
प्राकृतिक आपदा ने लाखों हेक्टेयर में लगी फसलों को किया खराब
हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में इस बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने लाखों हेक्टेयर में लगी गेहूं की फसल को नष्ट कर दिया है. वहीं मध्यप्रदेश में सबसे अधिक चना और सरसों को प्रभावित किया है. हालांकि, सरकार ने किसानों को फसल खराबे की क्षतिपूर्ति के रूप में मुआवजे की घोषणा कर दी है. आप ये पोस्ट KhabriRaja.Com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
10,000 से लेकर 15,000 तक मुआवजा देने की घोषणा
आपको बता दें कि, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में बेमौसम बारिश सबसे अधिक हुई है. जिसके कारण गेहूं की फसल को अत्यधिक नुकसान पहुंचा है. इन तीनों राज्यों में ही 5 लाख से अधिक रकबे में गेहूं की फसल लगाई हुई थी, जो कि नष्ट हो गई है. पंजाब और हरियाणा में फसल बर्बादी का आकलन जारी है. सरकार ने इन दोनों राज्यों में 10,000 से लेकर 15,000 रूपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की घोषणा की है.
बिहार में फसल मुआवजे को रूप में 92 करोड रुपए देने की घोषणा
जानकारी के मुताबिक, बिहार सरकार द्वारा भी अप्रैल के पहले हफ्ते में फसल बर्बादी को लेकर मुआवजा राशि देने की घोषणा कर दी है. बिहार में ओलावृष्टि और आंधी से सीतामढ़ी, शिवहर, रोहतास, पूर्वी चंपारण, गया और मुजफ्फरपुर जिले में सबसे अधिक फसलें खराब हुई है. इन जिलों में 54 हजार 22 हेक्टेयर भूमि पर लगी फसलों को हानि पहुंची है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फसल मुआवजे के लिए 92 करोड रुपए की राशि देने का ऐलान किया है.
मध्यप्रदेश में 170.80 करोड रुपए की मुआवजा राशि देने की घोषणा
दक्षिण मध्य भारत की यदि बात करें तो महाराष्ट्र में बिना मौसम के हुई बारिश ने सबसे अधिक मोटे अनाज, सब्जी और बागवानी फसलों को नष्ट कर दिया है. इससे हजारों किसान संकट में पड़ गए हैं. महाराष्ट्र सरकार ने किसानों का ध्यान रखते हुए फसल मुआवजा राशि देने का दावा किया है. बता दें कि, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा नांदेड़ जिले के किसान इस प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित हुए हैं. यहां पर 21,580 हेक्टेयर में लगी फसल खराब हो गई है. इस जिले में 36,543 किसानों की फसलें खराब हुई है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक 170.80 करोड रुपए की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है.
पंजाब में किसानों को बैसाखी पर मुआवजा देने का ऐलान
जानकारी के मुताबिक, खराब हुई फसलों का सभी राज्यों में गिरदावरी करने के आदेश दे दिए गए हैं. गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा वितरित किया जाएगा. बता दें कि, पंजाब सरकार ने ऐलान करते हुए कहा है कि वह बैसाखी पर किसानों को मुआवजा राशि प्रदान करेगी. इस कारण हरियाणा राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसान सोच में है कि आखिर उनकी सरकार मुआवजा राशि कब जारी करेगी.