हरियाणा के इन 20 ब्लॉक को लगेंगे विकास के पंख, सरकार इन कार्यों पर खर्च करेगी 77 करोड़ रूपए
चंडीगढ़ :- हरियाणा सरकार ने हाल ही में फैसला किया है कि कुछ अविकसित ब्लॉकों के विकास के लिए एक भारी रकम खर्च की जाएगी. हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल से पता चला है की स्वर्ण जयंती खंड उत्थान योजना (SKUY) के 1st stage के चलते हरियाणा सरकार 2023-24 वर्ष में 8 जिलों के 20 ऐसे ब्लॉकों के विकास के लिए लगभग 77 करोड़ खर्च करेगी जो अभी तक अविकसित हैं. हालांकि यह फंड ब्लॉकों में हो रहे विकास के कार्यों को पूरा करने, उन्हें बदलने के लिए एवं वित्त संबंधी साधनों के लिए दिया जाएगा. यह 20 ब्लॉक छछरौली, साढौरा, रेवाड़ी, बावल, बरवाला, रायपुर रानी, पिंजौर, मोरनी, तावडू, हथीन, फिरोजपुर झिरका, नगीना, पुनहाना, लोहारू, नूंह, बहल, कैरू, बाढड़ा, गुहला और सिवानी हैं.
केवल अविकसित ब्लॉकों को चिन्हित करना ही मकसद नहीं
मुख्य सचिव संजीव कौशल का कहना है कि इस योजना का मुख्य मकसद केवल अविकसित ब्लॉकों को चिन्हित करना ही नहीं है बल्कि साथ-साथ लोकल आधारिक संरचना एवं विकास के बीच के फर्क को दूर भी करना है जोकि वर्तमान में उपलब्ध योजनाओं से नहीं हो सकता है. इस योजना के इन मकसदों के साथ-साथ कुछ और भी उद्देश्य शामिल हैं जैसे कि बाकी योजनाओं के साथ कौशल विकास कार्यक्रम और बाकी विभागों के साथ कौशल विकास डिजाइन और विपणन सहयोग के साथ आजीविका के अवसरों में सुधार करना. इससे वर्तमान में जो योजनाएं उपलब्ध हैं उनमें जरूरी घटकों के जरिए से इन चिन्हित ब्लॉकों के लिए जितना धन जरूरी है उतना आश्वासित हो पाएगा. उन्होंने स्वर्ण जयंती खंड उत्थान योजना के समयबद्ध तरीके से अमल में लाने के लिए अधिकारियों के उद्देश्य की सीमा को बढ़ाने और फील्ड में काम करने वाले अधिकारियों को विस्तृत दिशानिर्देश जारी करने के आदेश दिए.
पहले स्टेज में कौन से क्राइटेरिया होंगे शामिल
बैठक में यह भी बात की गई कि 1st stage में अपनाए जाने वाले criteria में सिंचित जमीन के इलाके, पढ़े-लिखे व्यक्ति, उच्चतम कोटि की शिक्षा सुविधाओं को प्रदान करवाने वाले विद्यालय, स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाले गांव, महिलाओं के पढ़ने लिखने की योग्यता एवं विद्यालयों में लड़कियों का नामांकन शामिल है. हालांकि गौर करने वाली बात तो यह है कि पहले भारत सरकार अविकसित इलाकों के विकास के लिए ‘पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना’ के अंतर्गत फंड का आयोजन करती थी लेकिन इसे अब बंद कर दिया है. फिलहाल राज्य सरकार ने अविकसित ब्लॉक के विकास के लिए स्वर्ण जयंती खंड उत्थान योजना के अंतर्गत स्टेट फंड को उपयोग करने के बारे में सोचा है. आप ये पोस्ट KhabriRaja.com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.