Corona Update: 12 साल से कम उम्र के बच्चों को लपेटे में ले रहा है कोरोना, Expert ने जताई चिंता
नई दिल्ली :- पूरे देश में Corona एक बार फिर से काफी तेजी से फैल रहा है. परंतु इस बार Corona के संक्रमण के मामले ज्यादातर 12 साल से कम Age के बच्चों में देखने को मिल रहे हैं. डॉक्टर का कहना है कि बच्चों के मां-बाप बच्चों में कोई भी बीमारी का Symptoms देखने पर उसको नजरअंदाज न करें. ज्यादातर Corona के संक्रमण मोटापे, अस्थमा और अन्य इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड बच्चों में देखने को मिल रहे है. अस्पतालों में Child OPD में कोविड-19 वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है. आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर.
2 साल से कम उम्र के बच्चों में पाया जा रहा है एडिनोवायरस
हाल ही में खबर आई है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों में भी एडिनोवायरस देखने को मिल रहा है. एडिनोवायरस और कोरोनावायरस के बीच मामूली सा ही अंतर है. बच्चों के सर्दी, बुखार होने पर अभिभावक उसे हल्के में ना लें. सर्दी जुकाम होने पर टेस्ट करवाने से पता लगेगा कि बच्चे को एडिनोवायरस है या कोरोना. फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि रोजाना उनके पास 10 बच्चे ओपीडी में आ रहे हैं. इनमें से दो तीन बच्चे कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं. डॉक्टर का कहना है कि हम सभी माता-पिता को लक्षणों के मामले में आरटी, पीसीआर टेस्ट की सलाह देते हैं. लेकिन बहुत बार बच्चे के मां बाप यह टेस्ट नहीं करवाते हैं.
बच्चों में क्या-क्या होते हैं इसके लक्षण
अगर किसी भी बच्चे को बुखा, नाक बहना या खांसी होती है तो उसे डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए. डॉक्टर्स का कहना है कि 48 घंटे में बच्चे का बुखार ठीक हो जाएगा, खांसी भी दो-तीन दिन या 1 सप्ताह में ठीक हो जाएगी. डॉक्टर नागपाल का कहना है अस्थमा सहित अन्य बीमारियों से पीड़ित बच्चों में स्टेरॉइड या गुर्दे की बीमारी सामने आ रही है. वही ल्यूकेमिया से पीड़ित बच्चों में छाती के संक्रमण भी देखने को मिल रहे हैं. कोरोना से बचने के लिए बच्चों को स्कूल में Mask लगवा कर भेजें. आप ये पोस्ट KhabriRaja.com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
पीडियाट्रिक कोविड के मामले
हाल ही में यूपी के एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट ने बताया है कि 6 महीने के अंतराल के बाद एक बार फिर से पीडियाट्रिक कोविड-19 के मामले आने शुरू हो गए हैं. इस बीमारी में बच्चे को तेज बुखार, सर्दी और खांसी और आंखों में संक्रमण जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. डॉक्टर का कहना है कि एडिनोवायरस, कोविड और राइनोवायरस बीमारी का इलाज लगभग एक जैसा ही है.