Mughal Harem: जाने मुगल हरम की औरते क्यों मर्दो के लिए रहती थी पागल, बस इस काम की करती रहती थी कोशिश
नई दिल्ली :- मुगलों के समय किलो में अलग से गुप्त द्वार होते थे, जहां से अंदर जाकर बड़े-बड़े महल देखने को मिलते थे. इन महलों में काफी सारे कमरे और हर तरह की सुख सुविधा मौजूद होती थी. यहां पर महिलाओं के लिए हरम भी होते थे. Mughal हरम में काफी सारी महिलाएं रहती थी. एक बार जो महिला मुगल हरम में चली जाती थी उसको बाहर आने की इजाजत नहीं होती थी. यहां मौजूद महिलाओं को समय-समय पर खाना पीना वस्त्र बाकी सभी सुख सुविधा दी जाती थी. लेकिन फिर भी यहां की महिलाएं कुछ पाने की कोशिश में लगी रहती थी.
कैसे रहती थी हरम में महिलाएं
Mughal समय में हरम में महिलाओं के साथ किसी को मिलने की आजादी नहीं होती थी. केवल Raja ही हरम में आ सकता था. वहां मौजूद महिलाएं मर्दों के साथ संबंध बनाने के लिए तरसती रहती थी. क्योंकि संबंध बनाना राजा के हाथ में होता था. जब भी राजा हरम में आते थे तो महिला का Selection राजा द्वारा ही किया जाता था. यह निर्णय राजा ही लेते थे, कि वह पूरी रात किस महिला के साथ संबंध बनाएंगे. वहीं बाकी महिलाएं संबंध बनाने के लिए तरसती रहती थी .
संबंध बनाने के लिए कई बार करती थी बीमारी का दिखावा
बहुत बार तो हराम में मौजूद महिलाएं संबंध बनाने के लिए इतना बेचैन हो जाती थी कि एक महिला दूसरी महिला के साथ ही संबंध बना लेती है और काफी बार महिलाएं संबंध बनाने के लिए बीमार होने का दिखावा करती थी. ऐसा करने से Mughal हरम में हकीम को आने की इजाजत मिलती थी. जब हकीम बीमार महिला को देखने के लिए हरम में जाते थे तब वह महिला हकीम को चूमती थी और अपने गुप्त अंगों को हकीम से छूने के लिए बोलती थी.
हरम में महिलाओं को दी जाती थी सभी सुख सुविधा
हरम में राजा भी हर रोज नहीं आते थे. जब राजा के सभी काम पूरे हो जाते थे और उनका संबंध बनाने का मन होता था तभी वह हरम में आते थे और अपनी पसंद की महिला को संबंध बनाने के लिए चुनते थे. हरम में न केवल Mughal की महिलाएं बल्कि दासियां, देश-विदेश की रानियां भी मौजूद होती थी. लेकिन किसी को भी हरम से बाहर जाने की इजाजत नहीं होती थी. सबको सुख और सुविधा हरम में ही दी जाती थी.