Mughal Harem: औरतों के इस अंग के दीवाने थे मुगल बादशाह, हर समय देखने के लिए रहते थे उतावले
नई दिल्ली, Mughal Harem :- मुगल सम्राट के समय राशियों और दासियों को हरम में रखा जाता था. हरम में हजारों महिलाएं रहती थी. हरम की महिलाओं को हर सुख सुविधा दी जाती थी. लेकिन हरम के अंदर बादशाह के अलावा किसी को जाने की अनुमति नहीं थी. एक बार हरम में जो महिला चली जाती थी उसे पूरा जीवन हरम में व्यतीत करना पड़ता था. हरम में रहने वाली महिलाएं बहुत खूबसूरत होती थी. मुगल सम्राट को सुंदर महिलाएं अच्छी लगती थी. इसलिए वह हरम में रंगीन नृत्य करने वाली महिलाओं का स्वागत करते थे. मुगल बादशाह को नृत्य काफी पसंद था इसलिए दरबार में नृत्य करने वाली महिलाओं को खोजा जाता था.
हरम में रहती थी हजारों महिलाएं
हरम में रहने वाली महिलाओं को केवल बादशाह ही छू सकते थे, इसके अलावा किसी भी अन्य पुरुष को वहां जाने की अनुमति नहीं थी. हरम में रहने वाली महिलाओं की देखरेख किन्नरों द्वारा की जाती थी. मुगल बादशाह ने हरम में नृत्य के लिए कनीजों को भी मौका दिया था. इस दौरान कनीज भी बादशाह के करीब आ पाए थे. अगर कनीज बादशाह की रुचि पकड़ लेती थी और बादशाह को अपने नृत्य से प्रभावित कर लेती थी तो उन्हें अधिकारियों द्वारा मार डालने का खतरा रहता था. अधिकांश मुगल बादशाहों ने मुगल सम्राट के दरबार में खनिजों के बीच काफी संघर्ष देखा था.
कहां से आती थी हरम में महिलाएं
आप सबके मन में यह सवाल तो जरूर आया होगा कि हरम में आखिरकार इतनी सारी महिलाएं कहां से आती थी. हरम में बादशाह द्वारा उन सब महिलाओं को रखा जाता था जो बादशाह युद्ध में जीतकर लाते थे. केवल इतना ही नहीं बहुत से विदेशी, बादशाह को तोहफे में भी महिला को देकर जाते थे उन सब महिलाओं को भी हरम में रखा जाता था. हरम में रहने वाली महिलाएं राजा का बेसब्री से इंतजार करती थी. यह राजा पर निर्भर होता था कि वह हरम में किस महिला को अपने पास सोने के अनुमति देंगे.