Mughal Haram: इस काम से मुगल बादशाह बढ़ाते थे मर्दाना ताकत, एक ही रात में….
नॉलेज डेस्क, Mughal History :- जब हम इतिहास के पन्नों को पलटते हैं तो पता चलता है कि हमारे देश में ऐसे बादशाह और नवाब रहे हैं जो अपने अय्याशी के कारण जाने जाते हैं. अपने आप को जवान रखने के लिए तरह-तरह की जड़ी बूटियों का सेवन करते थे जिससे वे बुढ़ापे में भी जवान रह सके और अपनी मर्दाना ताकत को बनाए रखें.
अकबर के हरम में थीं 5,000 औरतें
इनकी अय्याशी का पता इनकी रानियों से लगता है जैसे कि अकबर के हरम में 5,000 औरतें थी, हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान के महल में 86 रानियां थी. शाहजहां मोहम्मद शाह और अलाउद्दीन खिलजी समेत कई राजाओं के अन्य औरतों के साथ संबंध थे और औरतों से संबंध बनाने के लिए बाहर भी जाते थे. ऐसे नवाबों और बादशाहों की संख्या बहुत अधिक है.
मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए तीतर बटेर का सेवन
वेदों में ऐसे ऐसे आयुर्वेदिक और यूनानी नुस्खों का जिक्र मिलता है जिससे पुराने बादशाह अपनी मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए उपयोग करते थे. तीतर बटेर से लेकर ताकत की दवाइयों का वर्णन दीवान जर्मनी दास ने अपनी पुस्तक ‘महाराजा’ में किया है कि अंग्रेजों के राज में राजा और राजकुमारी की निजी जिंदगी कैसे होती थी. अपनी पुस्तक में वह लिखते हैं कि पटियाला के महाराजा यौन संबंध बनाने के लिए हमेशा उत्तेजित रहते थे जिसके लिए वह तीतर बटेर और शक्ति वर्धक दवाइयों का सेवन करते थे जिससे उनकी मर्दाना ताकत बढ़ सके. महाराजा द्वारा हर संभव कोशिश की जाती थी जो उनकी ताकत को बढ़ा सके.
गर्म तासीर वस्तुओं का सेवन
विशेषज्ञ बताते हैं कि युनानी नुस्खों में प्रोटीन को आवश्यक बताया गया है. उसकी पूर्ति के लिए बादशाह नवाब राजकुमार गर्म तासीर का भोजन करते थे जिसमें मांस, सूखे मेवे, खजूर, लहसुन, प्याज और अदरक भी खाया करते थे. गर्म तासीर वाली यह चीजें शरीर में मर्दाना ताकत को बढ़ाती हैं. कुछ ऐसे बादशाहों का भी जिक्र मिलता है जो पान में हरताल वक्रिया जड़ी- बूटी मिलाकर खाते थे.