Railway Facts: रेलवे स्टेशन पर लिखी समुन्द्र तल की ऊंचाई के क्या हैं मायने, आप भी घर बनाने से पहले ध्यान रखें ये बात
भारतीय रेल, Railway Facts :- आपने अपने जीवन में खूब रेलवे स्टेशन देखे होंगे और साथ ही स्टेशन पर लगे बोर्ड भी देखे होंगे जहां पर स्टेशन का नाम दर्शाया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है की रेलवे स्टेशन का बोर्ड हमेशा पीले रंग का होता है और उस पर स्टेशन का नाम काले रंग से लिखा होता है. बोर्ड पर रेलवे प्लेटफार्म का नाम तीन भाषाओं में लिखा होता है जिनमें अंग्रेजी, हिंदी और स्थानीय भाषा शामिल है.
ऊंचाई लिखने की क्या है ख़ास वजह
अगर आपने ध्यान दिया हो तो आप देखेंगे कि स्टेशन के नाम के बिल्कुल नीचे उस स्थल की समुद्र तल से ऊंचाई से जुड़ी जानकारी भी लिखी होती है. आज आपको हम इस पोस्ट में बताएंगे की इस जानकारी का रेलवे स्टेशन के बोर्ड पर क्या काम है और इसको लिखने का कोई खास मतलब है या नहीं?
ऊंचाई के आधार पर इन चीज़ों का होता है फैसला
Mean Sea Level का मतलब है समुद्र तल से ऊंचाई. बता दें कि पूरी दुनिया में समुद्र का Level एक जैसा होता है जिस वजह से ऊंचाई को सही तरह से नापने के लिए समुद्र तल को आधार बनाया गया है. रेलवे स्टेशन के बोर्ड पर लिखी समुद्र तल से ऊंचाई से संबंधित जानकारी ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड के लिए लिखी होती है. वे इस जानकारी का इस्तेमाल ट्रेन की Speed को बढ़ाने या घटाने से संबंधित फैसला लेने में करते हैं.
प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए है ज़रूरी
आने वाले समय में किसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए यह जानकारी काफी अहम है. रेलवे स्टेशन की समुद्र से ऊंचाई को ध्यान में रखकर ही आसपास भवन आदि को बनाने की Planning की जाती है जिससे कि भविष्य में कोई हादसा ना हो, इसलिए यदि आप किसी रेलवे स्टेशन के पास अपना घर बनवाने की सोच रहे हैं तो वहां की समुद्र की ऊंचाई को ध्यान में ज़रूर रखें.
ऊंचाई की जानकारी से तय की जाती है रेल की गति
समुद्र तल से ऊंचाई की जानकारी की मदद से पहले के जमाने में रेलवे स्टेशन को बनाया और रेल लाइन को बिछाया जाता था. इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए निर्माण कुछ इस तरह से करा जाता था जिससे कि भविष्य में किसी प्राकृतिक आपदा से बचा जा सके. इस जानकारी की सहायता से ट्रेन ड्राइवर भी आसानी से यह फैसला ले सकता है कि इतनी चढ़ाई पर चढ़ने के लिए उसको ट्रेन की कितनी Speed करनी होगी. साथ ही यदि Train नीचे की ओर जा रही है तो Driver को अंदाजा हो जाता है कि उसको कितना Friction लगाना है और Speed कितनी रखनी है.