UP Anganwadi Bharti 2023: यूपी में 12वीं पास के लिए आंगनवाड़ी की भर्ती, ये लोग कर पाएंगे आवेदन
UP Anganwadi Bharti 2023 :- अभ्यर्थियों को आंगनबाड़ी भर्ती के लिए आवेदन करते वक्त कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखना होता है. आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आंगनबाड़ी भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए क्या पात्रताएं हैं. पहले आवेदन करने हेतु पात्रताएं कुछ और थीं लेकिन अब पात्रता में बदलाव किया गया है जो अभ्यर्थियों को पता होना ज़रूरी है.
आयु मानदंड तथा शैक्षणिक योग्यता
12वीं पास अभ्यर्थी ही UP आंगनबाड़ी भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं. हालांकि आवेदन करने के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष है. इससे संबंधित जानकारी अभ्यर्थियों को Notification में विस्तार में मिल जाएगी. पहले जब आंगनबाड़ी भर्तियां निकलती थी तब Candidates के लिए अधिकतम आयु 35 वर्ष थी और 10वीं पास अभ्यर्थी भी आवेदन करते थे. परंतु अब शैक्षणिक योग्यता बढ़ाकर 12वीं पास कर दी गई है तथा आयु मानदंड को घटाकर 35 वर्ष कर दिया गया है.
इस तरह तैयार होगी मेरिट लिस्ट
अभ्यर्थियों का चयन Merit List के आधार पर होता है. UP आंगनबाड़ी भर्ती में Merit List 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन में मिले नंबरों को जोड़कर बनाई जाएगी. यदि किसी अभ्यर्थी के पास ग्रेजुएशन के बाद भी कोई डिग्री है तो ध्यान रहे कि उसमें मिले नंबरों को मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़ा जाएगा.
मासिक आय तथा आवेदन प्रक्रिया
महिला सुपरवाइजर को ₹20 हजार , आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 4 हजार से 8 हजार रूपए, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 3 हजार से 6 हजार रूपए तथा आंगनवाड़ी हेल्पर्स को 2 हजार से 4 हजार रूपए मासिक आय मिलेगी. UP आंगनबाड़ी भर्ती 2023 की आवेदन प्रक्रिया Online होती है. अभ्यर्थी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाओं के पदों के लिए Online Apply कर सकते हैं. यदि आपके मन में कोई सवाल है या कोई सहायता चाहिए तो आप Toll Free No. 1800-180-5500 या Email ID [email protected] पर संपर्क कर सकते हैं.
क्या होता है आंगनवाड़ी?
आंगनवाड़ी सरकार द्वारा समर्थित एक केंद्र है जिसको छोटे बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य तथा शिक्षा से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए इंटीग्रेटेड बाल विकास सेवाओं के प्रोग्राम के तौर पर ग्रामीण स्तर पर बनाया गया है. आंगनवाड़ी की जिम्मेदारी 6 साल तक की उम्र वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं, किशोर युवतियों और शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं की जरूरतों को पूरा करना भी है.