UP Roadways Recruitment: महिला बस ड्राइवरों की बड़ी भर्ती की तैयारी में UP सरकार, 24 महीने की ट्रेनिंग के बाद करेंगी नौकरी ज्वाइन
उत्तर प्रदेश :- UP सरकार महिलाओं के रोजगार को बढ़ाने के लिए एक नई योजना लेकर आ रही है. यह योजना परिवहन विभाग में महिला चालकों की भर्ती (UP Roadways Recruitment) के लिए बनाई जा रही है. इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है. इस भर्ती योजना के तहत महिला चालक पिंक बस चलाएंगी. योगी आदित्यनाथ सरकार महिलाओं के रोजगार को और बढ़ाने के लिए परिवहन विभाग में बसों की स्टीयरिंग अब महिलाओं के हाथ में थमाने की सोच रही है.
योगी सरकार ने की महिलाओं को और सक्षम बनाने की कोशिश
योगी सरकार महिलाओं को और सक्षम बनाने की कोशिश में लगी है. अब तक परिवहन विभाग में महिला परिचालक तो काफी संख्या में थी लेकिन महिला चालक भर्ती पहली बार होने जा रही है. सरकार चाहती है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले जिससे उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने का मौका मिल सके. इसके लिए महिलाओं को Special प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
अलग- अलग लेवल पर करवाया जाएगा प्रशिक्षण
परिवहन निगम विभाग में महिला चालकों के प्रशिक्षण का पहला बेच 8 मार्च 2021 को शुरू किया गया था. इसके बाद 2 बैच और होंगे जिनमें महिला चालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट कानपुर में दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में 2 लेवल पर तैयारी करवाई जाएगी. लेवल 3 और लेवल 4 दोनों कोर्स का प्रशिक्षण महिला चालकों को दिया जाएगा. बता दें कि लेवल 3 में लाइट मोटर व्हीकल ड्राइवर और लेवल 4 मे कमर्शियल व्हीकल ड्राइवर का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
कुल 3 माह की होगी ट्रेनिंग
कुल 3 माह की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद महिलाओं को Duty पर तैनात किया जाएगा. प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार लेवल 3 के कोर्स की अवधि 3 माह की तय की गई है. प्रशिक्षण के बाद कौशल विकास मिशन की तरफ से सेक्टर स्किल काउंसिल SDC दिल्ली के तहत Assessment करवाया जाएगा. जो अभ्यार्थी इस कोर्स को उत्तीर्ण कर पाएंगे उन्हें Level 4 के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस प्रशिक्षण की अवधि 4 माह की रहेगी.
हर महीने ₹6,000 का स्टाइपेंड भी दिया जाएगा
जब यह दोनों कोर्स पूरे हो जाएंगे तो इसके बाद 17 माह का प्रशिक्षण डिपो में करवाया जाएगा. इस ट्रेनिंग के दौरान अभ्यार्थियों को प्रतिमाह ₹6,000 का स्टाइपेंड भी दिया जाएगा. इस कोर्स को करने के लिए अभ्यार्थियों को हॉस्टल में ही रहना होगा. हॉस्टल में खाने का कोई शुल्क नहीं होगा. कुल 24 महीने के प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को पिंक बस चलाने के लिए डिपो में संविदा चालक के रूप में नियुक्त किया जाएगा.