Haryana News Today: गेहूं की खरीद में वैल्यू कट को लेकर हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, किसानों को किया जाएगा पूरा भुगतान
चंडीगढ़ :- मार्च के लास्ट में और अप्रैल के शुरुआती दिनों में लगातार बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि होने की वजह से किसानों की गेहूं की फसल में काफी नुकसान हुआ है. किसान की खराब हुई गेहूं की फसल को लेने के लिए केंद्र सरकार ने एक शर्त रखी है. केंद्र सरकार का कहना है कि इस फसल को केवल वैल्यू कट पर ही खरीदा जाएगा. Value Cut का मतलब होता है मूल्य में कटौती, यानी कि सरकार द्वारा किसानों की फसल को कम दामों में खरीदा जाए. आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर.
खराब हुई फसल की वैल्यू कट पर होगी खरीदी
हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा घोषणा की गई है कि बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई गेहूं की फसल पर वैल्यू कट को लेकर किसानों से कोई राशि नहीं काटी जाएगी. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आयुक्त पंकज कुमार का कहना है कि सरकार ने फैसला लिया है कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर पूरी राशि दी जाएगी. वैल्यू कट का उन पर कोई असर नहीं होगा. Record के तौर पर तो वैल्यू कट की जानकारी जे फार्म पर दर्ज कराई जाएगी. मुख्यमंत्री ने मौखिक घोषणा की है कि वैल्यू कट का जितना भी भुगतान है वह Government द्वारा किया जाएगा.
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणा
केंद्र सरकार का कहना है कि खराब हुई फसल को एक ही शर्त पर खरीदा जाएगा जिसके तहत 80% तक बदरंग गेंहू और 6 से अधिक 18% तक टूटे गेहूं की Purchase केवल Value Cut आधार पर ही होगी. मंगलवार को मुख्यमंत्री ने किसानों का पक्ष लेते हुए घोषणा की है कि वह वैल्यू कट हटाने के लिए जल्द से जल्द केंद्र सरकार से अपील करेगी. जब तक केंद्र सरकार का फैसला नहीं आता है तब तक किसानों के वैल्यू कट का भुगतान हरियाणा सरकार द्वारा किया जाएगा. आप ये पोस्ट KhabriRaja.com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
किसानों को नहीं है जानकारी
वैल्यू कट को लेकर अभी तक लिखित में कोई भी पत्र जारी नहीं हुआ है, केवल मुख्यमंत्री ने मौखिक घोषणा की है. ऐसे में फील्ड में तैनात अधिकारियों को भी इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है और किसानों को भी अभी तक इसके बारे में कुछ नहीं पता. करनाल जिले के किसानों और आढ़तियों में वैल्यू कट के मामले को लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है. उनका कहना है कि हमें अभी तक नहीं पता की वैल्यू कट का पैसा सरकार खाते से जाएगा, या हमें देना होगा, या फिर खरीद एजेंसी इसका भुगतान करेगी.