Dalai Lama: कई परीक्षाओं के बाद चुना जाता है दलाई लामा, जाने क्या होती है पूरी प्रक्रिया
नई दिल्ली, Dalai Lama :- भारत में काफी अलग-अलग धर्म, संस्कृति और परंपरा के लोग रहते हैं. भारत ही नहीं बल्कि पूरे देश में भी काफी अलग अलग संस्कृति और परंपरा के लोग पाए जाते हैं. यह सभी धर्म, संस्कृति और परंपराएं व रीति रिवाज इंसानों द्वारा बनाई गई हैं और इन सब का एक ही मकसद है मानवता, शांति और भाईचारा. हिंदू धर्म की शुरुआत भगवान गौतम बुद्ध द्वारा की गई थी. इन्हीं धर्मों में से एक बौद्ध धर्म के अनुयाई आज भी पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. बौद्ध धर्म में भगवान बौद्ध के बाद जिनका सबसे ऊपर स्थान होता है उनको दलाई लामा कहा जाता है. आइए जानते हैं किसको बनाया जाता है Dalai Lama.
दलाई लामा को माना जाता है भगवान
दलाई लामा को बौद्ध धर्म के लोग भगवान का रूप मानते हैं. दलाई लामा तिब्बती बौद्धों के आध्यात्मिक, धार्मिक और राजनीतिक गुरु होते हैं. दलाई लामा को चुनने के लिए एक लंबी और गौरवशाली परंपरा को अपनाया जाता है और यह परंपरा तिब्बती बौद्धों द्वारा अपनाई जाती है. आइए जानते हैं कैसे बनते हैं दलाई लामा.
जल्द होगा 15वें Dalai Lama का चुनाव
दलाई शब्द का अर्थ सागर और लामा शब्द का अर्थ गुरु या शिक्षक होता है. 14वें दलाई लामा का जन्म 1935 में हुआ था. इन दलाई लामा को 13वें दलाई लामा के पुनर्जन्म के रूप में मान्यता मिली थी. दलाई लामा को लाखों लोगों की आस्था का प्रतीक माना जाता है. तेनजिन ग्यात्सो तिब्बतियों के 14वें गुरु हैं, जिनकी उम्र और तबियत बिगड़ने के साथ ही अब नए दलाई नामा के चुनाव को लेकर चर्चा बनी हुई है. सभी लोगों के बीच बात चल रही है कि अब 15वें दलाई लामा कौन होंगे. दलाई लामा का चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव होता है. क्योंकि काफी लाख लोगों की आस्था दलाई लामा के साथ जुड़ी हुई होती है.
कैसे होता है चुनाव
- वर्तमान में जो भी Dalai Lama होता है उसकी मृत्यु के समय जितने भी बच्चों का जन्म होता है उनमें से किसी एक को दलाई लामा बनाया जाता है. कई बार यह खोज सालों तक चलती है. इसीलिए तब तक कोई स्थाई विद्वान दलाई लामा का काम संभालता है. दलाई लामा के लिए उस बच्चे को चुना जाता है जिसने पहले दलाई लामा की तरह जन्म लिया हो.
- उसके बाद बच्चे की कई तरह की परीक्षाएं होती है. जब यह सिद्ध हो जाता है कि यही असली दलाई लामा वंशज है उसके बाद उसके लिए कुछ विशेष कार्य करवाए जाते हैं और साथ ही कुछ चीजों की पहचान की जाती है.
- उसके बाद ही नए दलाई लामा का चयन होता है. चयन होने के बाद उसके बारे में पूरी जानकारी सरकार को दी जाती है. सब प्रक्रिया पूरी होने के बाद बच्चे को बौद्ध धर्म की शिक्षा दी जाती है ताकि भविष्य में वह धर्म का नेतृत्व कर सके.