Jyotish: बनते काम भी बिगड़ते हैं तो हो सकता है पितृ दोष, इन उपायों से पल भर में होंगी सारी बाधाएं दूर
ज्योतिष शास्त्र :- काफी बार हम बहुत मेहनत करते हैं और उसके बाद भी हमें Success हासिल नहीं होती है. ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति के घर में पितृ दोष होता है उनकी उन्नति में रुकावट आती है. ज्योतिष के अनुसार पितृ दोष होने की वजह से मांगलिक कार्य में रुकावट होती है. अगर आपके भी कामों में रुकावट आ रही है और आपके भी पितृ दोष है तो आज हम आपको कुछ उपाय के बारे में बताएंगे जिसको करने से आप पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं.
क्या होता है पितृ दोष
हिंदू धर्म के अनुसार व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार विधि विधान से किया जाना चाहिए. अगर हम व्यक्ति का अंतिम संस्कार विधि विधान से पूरा नहीं करते हैं या फिर किसी भी व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में उस व्यक्ति के परिवार में पितृ दोष लग जाता है.
क्या होते हैं पितृ दोष के लक्षण
पितृ दोष होने से हमारे जीवन में काफी सारी समस्याएं आती हैं. विवाह होने में अड़चनें होती हैं. दुर्घटना होने की संभावना भी बढ़ जाती है. Job, Business करने में दिक्कतें होती हैं. साथ ही वंश आगे बढ़ाने में भी काफी परेशानी आती है.
क्या है पितृ दोष दूर करने के उपाय
- मृत व्यक्ति की मृत्यु की तिथि पर ब्राह्मणों को और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराकर और उन्हें दक्षिणा देकर हम पितृ दोष दूर कर सकते हैं.
- पितृ दोष होने पर हमें पीपल के पेड़ में दोपहर में जल देना होता है, साथ ही पुष्प, अक्षत, दूध, गंगाजल और काले तिल भी अर्पित करने होते हैं.
- जल के अंदर काले तिल मिलाकर दक्षिण दिशा में जल अर्पित करना चाहिए.
- सुबह उठते ही दक्षिण दिशा में मुख कर के हाथ जोड़कर पितरों को प्रणाम करना चाहिए.
- पितृ दोष को हटाने के लिए गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए.
- प्रतिदिन शाम के समय दीपक जलाकर नाग स्तोत्र, महामृत्युंजय मंत्र और रुद्र सूतक या पितृ स्तोत्र और नवग्रह का पाठ करना चाहिए.
- सोमवार का दिन शिव भगवान का दिन होता है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर 21 आक के फूल, दही, बेल पत्र के साथ शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए.
- किसी गरीब कन्या के विवाह में मदद करके भी पितृ दोष से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है.
- गाय का दान देने से भी पितृ दोष दूर होता है.
- प्रतिदिन सुबह और शाम घी में कपूर को डुबाकर उसे जलाना चाहिए. इससे भी पितृ दोष कम होता है.