Jyotish: इन राशि वालों पर 2 साल भारी पड़ेगा साढ़ेसाती का दूसरा चरण, टूट सकता है मुसीबतों का पहाड़
ज्योतिष शास्त्र :- शनिदेव को कलयुग में कर्म फल दाता और न्यायाधीश माना गया है. शनि ग्रह सबसे Slow Speed से चलने वाला ग्रह है. शनिदेव व्यक्तियों को उनके द्वारा किए जा रहे कर्मों से आधार पर शुभ अथवा अशुभ फल प्रदान करते हैं. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का विशेष Effect देखा जाता है. शनि किसी एक राशि में करीब ढाई वर्षो तक विराजमान रहते हैं. अभी इस समय शनि अपनी स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान है. शनि की साढ़ेसाती का नाम आते ही लोगों में भय उत्पन्न हो जाता है. आज हम आपको इस News के माध्यम से बताएंगे कि शनि की साढ़ेसाती क्या होती है और उसका प्रभाव किन- किन राशियों के ऊपर चल रहा है.
7 वर्षों तक चलती है शनि की साढ़ेसाती
वैदिक Jyotish Shastra के मुताबिक, साढ़ेसाती साढे 7 साल तक चलती है. इस साढ़ेसाती को ढाई – ढाई साल के 3 चरणों में बांटा जाता है. इन चरणों में साढ़ेसाती का प्रभाव अलग अलग होता है. यदि किसी जातक की कुंडली में शनि 12वें, पहले, दूसरे या फिर जन्म के समय चंद्रमा शनि के ऊपर से निकलता है तब इसे साढ़ेसाती कहा जाता है. साढ़ेसाती के तीनों चरणों का महत्व इस प्रकार है.
ढाई वर्ष का होता है साढ़ेसाती का पहला चरण
साढ़ेसाती का पहला चरण ढाई वर्ष का होता है. जब भी किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है तो उस पर इसका पहला चरण होता है. ज्योतिषशास्त्र कहता है कि साढ़ेसाती का पहला चरण माथे पर सवार होता है. इस समय जातको को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा इसके साथ ही जातको को उनके वैवाहिक जीवन में भी इसका प्रभाव दिखाई देता है.
क्या होता है साढ़ेसाती के दूसरा चरण में?
ज्योतिषशास्त्र ने बताया कि साढ़ेसाती का दूसरा चरण सबसे Hard Time होता है. इस समय में जातकों को अपने परिवार से दूर रहना पड़ सकता है तथा साथ ही जातको को शारीरिक Problem भी अधिक सहना पड़ सकता है.
साढ़ेसाती का अंतिम चरण
साढ़ेसाती के तीसरे चरण में जातको को पहले दो चरणों के मुकाबले में राहत प्राप्त होती है. इस चरण में जातको को सुख सुविधाओं में कमी देखने को मिल सकती है.
2023 में 3 राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव
मीन राशि- मीन राशि के जातकों पर साल 2023 में शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण आरंभ होगा. इस समय आपको बहुत सावधानी पूर्वक सभी काम करने हैं.
कुंभ राशि- जानकारी के मुताबिक, 30 साल के बाद शनि कुंभ राशि की यात्रा कर रहे हैं. शनि की साढ़ेसाती का कुंभ राशि के जातकों पर दूसरा चरण चल रहा है. इस समय कुंभ राशि के लोगों को Carrier में कई तरह की चुनौतियों अथवा परेशानियों में से निकलना पड़ सकता है.
मकर राशि- वैदिक ज्योतिष शास्त्र द्वारा की गई गणना के आधार पर मकर राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है. ऐसे में मकर राशि के जातकों को खर्चों में वृद्धि देखने को मिल सकती है.