Chandrayaan 3 News: चांद की सतह से डेटा आना हुआ शुरू, जानें Chandrayaan 3 को लेकर ISRO ने दिया ये बड़ा अपडेट
नई दिल्ली :- हाल ही में Chandrayaan 3 की दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग और 14 दिन तक का सतह डेटा भेजने वाले विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से संबंधित एक बड़ा Update सामने आया है. इसरो विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है, जिन्हें चंद्ररात के दौरान Sleep Mode में डाल दिया गया था. इसके चलते ताजा Update में कहा गया कि भले ही हम अभी विक्रम और प्रज्ञान से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन इसके ऑर्बिटर में लगा पेलोड, जिसे Spectro-polarimetry of Habitable Planet (SHAPE) कहा जाता है, अच्छे से काम कर रहा है.
ISRO को इन परिस्तिथियों के बावजूद है सकारात्मक सूचना की उम्मीद
ISRO के अनुसार SHAPE एक वर्ष तक सूचनाएं भेजता रहेगा. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने बताया था कि 22 सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सुबह हो चुकी है. संभावना की जा रही थी कि सुबह होने के बाद लैंडर और रोवर Signal भेजना शुरू कर देंगे परंतु Signal नहीं आए जिसके कारण लैंडर और रोवर से संपर्क टूट गया. फिलहाल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर रात होने में अभी एक हफ्ता बाकी है. इसरो उम्मीद कर रहा है कि इन परिस्थितियों के बावजूद कुछ सकारात्मक जानकारी मिलेगी.
चाँद से पेलोड भेज रहा है सिग्नल
Times Of India की रिपोर्ट के अनुसार इसरो का कहना है कि चंद्रमा पर भेजे गए प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर फिलहाल सिग्नल नहीं दे रहे हैं परंतु उन्हें वहां ले जाने वाला ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा के चारों ओर चक्कर लगाता रहेगा. ISRO ने बताया कि यह पेलोड भविष्य में आने वाले काफी दिनों तक पृथ्वी और चंद्रमा के बारे में कई सूचनाएं भेजता रहेगा. ISRO ने ऑर्बिटर में स्थापित पेलोड से प्राप्त डेटा को ज़रूरी बताया है.
52 दिनों से चंद्रमा की सफलतापूर्वक परिक्रमा कर रहा है SHAPE
चंद्रमा का अध्ययन करने के साथ साथ Chandrayaan 3 हमारे सौर मंडल से परे तारों की परिक्रमा करने वाले खगोलीय पिंडों, एक्सोप्लैनेट पर जीवन की संभावना का अध्ययन करने में भी मदद कर रहा है. TOI की एक Report के मुताबिक़ चंद्रयान -3 प्रोपल्शन मॉड्यूल पर वैज्ञानिक उपकरण, जिसे SHAPE के रूप में जाना जाता है 52 दिनों से चाँद की सफलतापूर्वक परिक्रमा कर रहा है. इस दौरान उसने पर्याप्त डेटा इकट्ठा कर लिया है और अपना परिचालन जारी रखने के लिए तैयार है.
ISRO कर रहा है डाटा का अध्ययन
ISRO प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि SHAPE को तभी संचालित किया जा सकता है जब पृथ्वी से दृश्यता अच्छी हो. फिलहाल वह जो भी डेटा भेज रहा है वह अध्ययन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. सबसे बढ़िया बात यह है कि अलग-अलग समय पर हमें जो डेटा मिल रहा है, उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि उनकी ओर से डेटा का अध्ययन जारी है.