FASTag सरकार के लिए साबित हुआ तुरुप का इक्का, रिकॉर्ड तोड़ 4000 करोड़ हुआ टोल कलेक्शन
नई दिल्ली :- नेशनल हाइवे अथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का Toll कलेक्शन रिकॉर्ड है. कुल मिलाकर, यह चार हजार करोड़ रुपये पार कर चुका है. FASTag ने इस संग्रह को रिकॉर्ड बनाया है. NHAI, राष्ट्रीय राजमार्ग विकासकर्ता, FASTag के कारण अबतक का सबसे बड़ा टोल कलेक्शन हासिल कर चुका है.
पिछले रिकॉर्ड टूटे
गौरतलब है कि जून 2023 से लेकर अब तक, प्रत्येक महीने में मासिक राजस्व लगातार इस स्तर को पार कर चुका है. NHAI ने अप्रैल, मई और जून 2023 के महीनों में Toll के रूप में 4,314 करोड़ रुपये, 4,554 करोड़ रुपये और 4,349 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं. 2022-23 के लिए FASTags के माध्यम से औसत मासिक शुल्क संग्रह (3,841 करोड़ रुपये) से यह अधिक है.
फास्टैग से टोल कलेक्शन में सुधार हुआ
FASTags के माध्यम से अप्रैल-जून तिमाही में एवरेज मंथली प्राइस कलेक्शन 162.10 करोड़ रुपये था, जबकि जनवरी-मार्च तिमाही में यह 4,083 करोड़ रुपये था. Fastag देश में आने से टोल कलेक्शन में सुधार हुआ है. खासकर वाहन जाम की घटनाओं में कमी आई है. एक सरकारी बयान में कहा गया है कि फास्टैग कलेक्शन सिर्फ 29 अप्रैल को 162.10 करोड़ रुपये था.
सैटेलाइट Based Toll होगा शुरू
देश में कितने टोल प् लाजा हैं? इनमें Fastag सिस्टम भी बनाया गया है. भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण ने 2022–2023 वित्तीय वर्ष में 112 टोल प् लाजा बनाए. सरकारी बयान में कहा गया है कि टोल प्लाजा को परियोजना के दौरान निर्मित किया जाता है और इसे व्यावसायिक उपयोग के लिए उपयोग किया जाता है. Fastag अपनाने से टोल कलेक्शन में बढ़ोतरी पर सकारात्मक रिपोर्ट मिली है. इससे प्रेरित होकर सरकार ने अब देश में सैटेलाइट Based टोल लागू करने पर काम शुरू कर दिया है, जिससे टोल प् लजा की जरूरत भी खत्म हो जाएगी.