Paddy Cultivation: किसान साथी इस प्रकार करें धान की बुवाई, 15% से ज्यादा होगी पैदावार
नई दिल्ली :- हरियाणा, पंजाब और बिहार में किसान खेतों में धान की बुवाई कर रहे हैं. सरकार ने किसानों को सलाह दी है कि वह धान की सीधी बुवाई करें, जिससे पानी की Wastage बहुत कम होगी, साथ ही Ground Water Level में भी सुधार आएगा. सरकार का कहना है कि हरियाणा में जो भी किसान धान की सीधी बुवाई करेगा उनको प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी.
किसानों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
प्रोत्साहन राशि के असर से कई जिलों में सीधी बुवाई शुरू हो गई है. कहां जा रहा है सीधी बुवाई से पानी की बर्बादी नहीं होगी. लेकिन ऐसा नहीं है, सीधी बुवाई से किसानों को और भी ज्यादा फायदे होंगे. बिहार कृषि विभाग के मुताबिक धान की सीधी बुवाई करने से मिट्टी में जैविक कार्बन की मात्रा 9 फ़ीसदी बढ़ जाती है साथ ही 25 से 30% तक पानी की बचत भी होती है और इंसान को मेहनत भी कम करनी पड़ती है. साथ ही ईंधन और ऊर्जा की भी बचत होती है.
धान की सीधी बुवाई से होगा फायदा
बिहार के कृषि विभाग के अनुसार अगर हम धान की सीधी बुवाई करते हैं तो हमें कुल उत्पादन में 3500 से 4000 तक की एक्स्ट्रा बचत होती है और फसल की पैदावार में भी 10 से 15 फ़ीसदी बढ़ोतरी होती है. मिट्टी में भी सुधार आता है जिससे अगली फसल की उपज बेहतर होती है. सीधी बुआई से धान की फसल समय से पहले ही पैक कर तैयार हो जाती है.
फतेहाबाद के किसानों ने शुरू की सीधी बुवाई
हरियाणा के फतेहाबाद के किसानों ने भी धान की सीधी बुवाई शुरू कर दी है. डीएसआर तकनीक की सहायता से सीधी बुवाई की जा रही है. हरियाणा सरकार किसानों को सीधी बुवाई करने पर₹4000 प्रति हेक्टेयर की दर से प्रोत्साहन राशि भी दे रही है. इस बार हरियाणा सरकार ने कई जिलों में 2.25 लाख एकड़ में धान की सीधी बुवाई का टारगेट सेट किया है. हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, कैथल, सोनीपत और पानीपत सहित 12 जिलों में किसान धान की सीधी बुवाई कर रहे हैं.