Rapidx Train: केवल 15 रूपए में कर सकेंगे रैपिडेक्स ट्रैन की यात्रा, दिल्ली से मेरठ जाने के लिए देना होगा इतना किराया
नई दिल्ली :- अब कम किराए में भी आप Rapidx Train में यात्रा कर सकते हैं. इस ट्रेन का किराया निर्धारित करने के लिए IIM अहमदाबाद की टीम के द्वारा सर्वे किया गया. सर्वे के बाद रिपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम ‘NCRTC’ को सौंप दी गई. रिपोर्ट से पता चला कि कम से कम किराया 15 रुपए से 20 रुपए के बीच में रहेगा और ज्यादा से ज्यादा यानी अधिकतम किराया ₹160 के लगभग हो सकता है. IIM टीम के तहत टिकट के लिए रूट की एक आधारशिला तय कर दी गई है.
मेट्रो के तहत किया जाएगा Rapidx का संचालन
सबसे छोटा रूट 2 से 5 किलोमीटर तक का तय किया गया है. इसके विपरीत अधिकतम स्लैब 60 किलोमीटर से अधिक रहेगा. NCRTC के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने भी यही बताया कि किराया निर्धारित करने के लिए सर्वे का काम IIM अहमदाबाद की टीम को सौंपा गया था. उद्घाटन के समय इसकी घोषणा कर दी जाएगी. Rapidx का संचालन मेट्रो रेलवे के तहत किया जाएगा. मेट्रो रेलवे के नियमानुसार पहला किराया NCRTC निर्धारित करेगा. हाई स्पीड ट्रेन का उद्घाटन इसी महीने में हो सकता है.
कम से कम 15 से 20 रूपए तक होगा किराया
IIM टीम के तहत कम दूरी का किराया ज्यादा और ज्यादा दूरी का किराया कम रखा जाएगा. जानकारी के अनुसार किराए की दर 2 रुपए प्रति किलोमीटर से 5 रुपए प्रति किलोमीटर हो सकती है. कम से कम किराया 15 से ₹20 तक और 182 किलोमीटर के सफर का अधिकतम किराया ₹160 तक हो सकता है. रेलवे मेट्रो और रैपिडेक्स ट्रेन का स्लैब काफी मिलता- जुलता है. रैपिडेक्स ट्रेन की अधिकतम दूरी 82 किलोमीटर के लगभग रहेगी इसीलिए इसका किराया 160 रूपए से ज़्यादा होगा.
रैपिडेक्स का संचालन अर्बन ट्रांसपोर्ट के तहत किया जाएगा
आपको बता दें कि अभी मासिक पास की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी. अभी इस मुद्दे पर NCRTC विचार कर रही है. जानकारी के अनुसार 2 से 5 किलोमीटर तक का एक स्लैब होगा और उसके बाद 15 से 20 किलोमीटर तक का दूसरा स्लेब रखा जाएगा. अधिकतम दूरी का स्लैब 60 के प्लस होगा. किराए की शुरुआती दर ₹5 और अधिक दूरी होने पर ₹2 प्रति किलोमीटर न्यूनतम दर हो सकता है.
संचालन की पूरी तैयारी
NCRTC के अधिकारियों के तहत रैपिडेक्स के संचालन और सभी स्टेशनों पर सुरक्षा जांच की पूरी तैयारी है. इसके साथ Entry और Exit Point भी बन चुके हैं. गाजियाबाद स्टेशन पर अभी काम चल रहा है. 17 किलोमीटर के इस क्षेत्र में दुहाई डिपो में ट्रेन का कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाया गया है. NCRTC की सूचना के तहत इसी महीने रैपिडेक्स का औपचारिक उद्घाटन हो सकता है.