Tenants Guidelines: किरायेदार से अटके हुए रूपए वसूलने का ये है ‘राम- बाण’ तरीका, घर आकर देके जाएगा सारा बकाया
नई दिल्ली :- मकान मालिक और किराएदार के बीच झड़प होना आम बात है. आमतौर पर झड़प किराएदार के किराया न देने की वजह से होती है. यदि आपका किराएदार भी आपको समय पर किराया नहीं देता तो इसके लिए आपके पास कई रास्ते हैं. ऐसी Situation में हम झगड़ने की जगह मौजूद कानूनी विकल्पों का उपयोग करना चाहिए. आपके पास किराया वसूल करने के कई तरीके हैं. इसके लिए आपके और आपके किराएदार के बीच का रेंट एग्रीमेंट काफी काम आएगा. इस एग्रीमेंट में किराये की राशि, देय तिथि और भुगतान न करने के परिणाम से जुड़ी जानकारी होती है.
पैसा वसूलने के लिए भिजवाएं कानूनी नोटिस
आमतौर पर किराएदार मकान मालिक को सिक्योरिटी के तौर पर कुछ राशि देता है. यह रकम किराया न चुकाए जाने की Situation में पैसा वसूलने में काम आती है. यदि किराएदार किराया देने से इंकार करता है तो आप उसे सिक्योरिटी अमाउंट में से किराया काट लेने की धमकी दे सकते हैं. इसके अलावा आप किराएदार को कानूनी नोटिस भी भेज सकते हैं. नोटिस में बकाया किराए (Unpaid Rent) का डिटेल, भुगतान की समय सीमा और गैर-अनुपालन के परिणाम से संबंधित जानकारी लिखी होनी चाहिए. नोटिस इंडियन कॉन्ट्रैक्ट एक्ट 1872 के अंतर्गत सभी कानूनी शर्तों के अनुरूप होना चाहिए.
किराएदार को लेकर बेदखली प्रक्रिया भी कर सकते हैं शुरु
यदि नोटिस भिजवाने के बावजूद आपको किराया नहीं मिलता तो आप कोर्ट में केस कर सकते हैं. पहले आपको निचली अदालत में केस दायर करना होगा. यदि आप किराया पाने के हकदार हैं और कॉन्ट्रैक्ट की सभी शर्तों को पूरा किया हुआ है तो कोर्ट के द्वारा आपके हित में फैसला लिया जाएगा. इन सबके अलावा आप किराएदार को बेदखल करने को लेकर भी कार्यवाही शुरू कर सकते हैं. भारत के भिन्न भिन्न राज्यों में बेदखली से जुड़े कानून भी अलग अलग हैं. हालांकि किरायेदार को निकालने के लिए बेदखली प्रक्रिया शुरू करने से पहले अच्छे अधिवक्ता से सलाह जरूर लें.