NEET 2023: नीट एग्जाम के दौरान लड़कियां खुले में कपडे बदलने को मजबूर, ब्रा और पेंटी तक किए गए चेक
मुंबई, NEET 2023 :- नीट परीक्षा (NEET 2023 Exam) के दौरान महाराष्ट्र, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल से ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे. दरअसल, एजेंसी द्वारा इस रविवार को 2 मिलियन से अधिक उम्मीदवारों के लिए 4,000 से अधिक केंद्रों पर स्नातक NEET 2023 आयोजित की गयी थी. परीक्षा से पहले, NTA ने आदेश दिए थे कि वह परीक्षा केंद्रों पर कर्मचारियों को महिला उम्मीदवारों की तलाशी में शामिल संवेदनशीलता के प्रति सचेत रहने के लिए व्यापक निर्देश जारी करेगी.
चेकिंग के लिए छात्राओं की उतरवाई ब्रा
यहां पर परीक्षा के लिए चेकिंग करते समय कुछ छात्राओं को ड्रेस बदलने के निर्देश दिए गए और सिर्फ इतना ही नहीं कुछ छात्राओं की तो Bra भी उतरवा दी गईं, तो किसी को इनरवियर को अंदर की बजाय टॉप के ऊपर से पहनने के लिए Force किया. छात्राओं और उनके माता पिता ने इस मामले की शिकायत NTA से की है. उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया पर अपने साथ हई नाइंसाफी का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह से उनके कपड़ों के अंदर हाथ डालकर ब्रा की पट्टियों तक की भी जांच की गई है. तलाशी के लिए उन्हें इनरवियर तक को खोलने के लिए कहा गया.
महत्वपूर्ण परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों के साथ इतना अभद्र व्यवहार
बता दें कि एक डॉक्टर दंपति ने जानकारी देते हुए यह भी कहा कि यह उनके ध्यान में आया कि सांगली (कस्तूरबा वालचंद कॉलेज) के एक केंद्र में छात्राओं को उनके कुर्ते उतारने और उन्हें अंदर बाहर पहनने के लिए भी कहा गया था. इस बात की जानकारी हमें तब प्राप्त हुई जब हमारी बेटी ने बाहर आने के बाद इसके बारे में हमें बताया. यह बिल्कुल भी स्वीकार करने योग्य नहीं है और इस तरह की महत्वपूर्ण परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के साथ व्यवहार करने का यह तरीका कतई जायज नहीं है. यह बिलकुल अभद्र हरकत है. आप ये पोस्ट KhabriRaja.Com वेबसाइट पर पढ़ रहे है. आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमें कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं.
लड़कियों को खुले मैदान में बदलने पड़े कपड़े
HMC शिक्षा केंद्र, हिंदमोटर, बंगाल से परीक्षा देने वाले एक उम्मीदवार ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव की जानकारी देते हुए कहा कि कई उम्मीदवारों पर तो अपनी पैंट तक बदलने या अपने आंतरिक वस्त्र खोलने के लिए दबाव बनाया गया. वहीं कई छात्राओं ने तो अपनी जीन्स को अपनी मां की लेगिंग्स के साथ बदला. छात्राओं ने लिखा कि चूंकि परीक्षा केंद्र के आसपास ना ही तो कोई बाड़ा था और ना ही दुकानें थीं, इसलिए मजबूरन लड़कियों को लड़कों के साथ एक खुले खेल के मैदान में ही अपने कपड़े बदलने पड़े. उनके माता-पिता ने अपने बच्चों को चारों ओर से घेरा और उसके बाद लड़कियों ने अपने कपड़े बदली किये.
अधिकारियों ने किया अपनी गलती मानने से इनकार
इसके साथ ही बता दे कि, एनटीए के एक अधिकारी ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया है कि छात्रों को पश्चिम बंगाल की घटना के मामले में खुले खेल के मैदान में कपड़े बदलने के लिए कहा गया था. सांगली में केंद्र के संबंध में, अधिकारी ने कहा, पहले कुछ निरीक्षकों ने लड़कियों को ऐसा कुर्ता पहने हुए पाया, जिस पर कुछ लिखा हुआ था. इसलिए हो सकता है कि शायद शुरू में ही कुछ लोगों को अपने टॉप को अंदर से बाहर बदलकर पहनने के लिए कहा गया हो, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया था. सच जानने के लिए हमने तलाशी एजेंसी से बयान की मांग की है और इसके साथ ही CCTV फुटेज की भी मांग की है.