Priyanshi Soni UP Board 10th Topper: 9 साल की उम्र में पिता का हुआ निधन, भाई ने पढ़ाया तो प्रियांशी सोनी ने यूपी बोर्ड रिजल्ट में लहराया परचम
उत्तर प्रदेश :- अभी कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के बोर्ड ने दसवीं की Exam Result जारी की है. यूपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में सीतापुर की प्रियांशी सोनी (Priyanshi Soni UP Board 10th Topper) ने अपनी प्रतिभा का जलवा पूरे प्रदेश में दिखा दिया है. यूपी बोर्ड की परीक्षा में प्रियांशी ने Top किया है. टॉप करने के बाद प्रियांशी ने कहा कि उन्हें बिल्कुल ऐसे ही रिजल्ट की उम्मीद थी. उन्होंने परीक्षा के लिए काफी मेहनत की थी. उनका लक्ष्य था कि वह 10वीं की बोर्ड परीक्षा में टॉप करें और उन्होंने इस सफलता को हासिल किया है.
दसवीं कक्षा में प्रियांशी ने किया टॉप
कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ है. 10th class में प्रियांशी ने टॉप किया है. प्रियांशु ने सीतापुर के सीता बाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज महमूदाबाद से दसवीं की पढ़ाई की है. उनके पिता का देहांत काफी समय पहले हो गया था. परंतु उनके भाई ने कभी उनके पिता की कमी महसूस नहीं होने दी. आज उसने दसवीं कक्षा में टॉप करके अपने परिवार और अपने भाई का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.
भाई ने की प्रियांशी को टॉप लाने के लिए मेहनत
सीतापुर के सीता बाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से परीक्षा देने वाली प्रियांशी का कहना है कि आज मेरा सपना पूरा हो गया, मैंने दसवीं की कक्षा के लिए बहुत मेहनत की थी. मुझे पूरी उम्मीद थी कि मैं बोर्ड परीक्षा में टॉप करूंगी. प्रियांशी ने बताया कि सभी परीक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने आंकलन किया था तब उन्हें समझ आ गया था कि परीक्षा में उनके कम अंक कटेंगे. काफी समय से वह अपने Result का इंतजार कर रही थी. उन्होंने बताया कि रटने की जगह उसने सब कुछ समझ कर याद करने की कोशिश की थी. प्रियांशी ने दसवीं कक्षा में 600 अंकों में से 590 Marks हासिल किए और अपने प्रदेश का नाम रोशन किया.
आगे जाकर आईएएस बनने का है सपना
यूपी बोर्ड दसवीं के रिजल्ट में प्रियांशी ने टॉप किया है और उन्होंने बताया है कि आगे की पढ़ाई करके वह आईएएस अधिकारी बनना चाहती हैं. इसके लिए उन्होंने एक लक्ष्य तय कर पढ़ाई शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि उनके जीवन में काफी सारी मुसीबतें आई परन्तु उन्होंने अपने जीवन को आसान बनाया और सफलता प्राप्त की. उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई के लिए कभी कोई Tution नहीं ली. भाई ने उसकी पढ़ाई में काफी सहायता की और उसे टॉपर बना दिया.
केवल पढ़ाई करना है पसंद
इस मौके पर प्रियांशी अपने पुराने दिनों को याद करते हुए काफी भावुक हो गई. प्रियांशी ने बताया जब वह केवल 9 साल की थी तब उसके पिता उसे छोड़कर चले गए थे. इसके बाद उसके बड़े भाई शोभित ने ही उसका ख्याल रखा, उसकी पढ़ाई करवाई. शोभित ज्वेलरी शॉप चलाते हैं. प्रियांशी का कहना है कि उसे सोशल मीडिया का कोई शौक नहीं है. अभी तक हमने सोशल मीडिया पर कोई अकाउंट भी नहीं बनाया हुआ है. मेरा इंटरेस्ट केवल पढ़ाई में है और मैं पढ़ लिखकर आईएएस अफसर बनना चाहती हूं.