UP सरकार नहीं खरीदेगी नसरत की किताबें, जाने क्यों लिया ये बड़ा फैसला
उत्तर प्रदेश :- आपको बता देगी UP कैबिनेट की बैठक में NCERT किताबें खरीदने का प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया. सरकार ने है बड़ा फैसला किया कि अब से नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग की किताबों को नहीं खरीदा जाएगा. इन किताबों को सिर्फ पहली और दूसरी क्लास के लिए ही नहीं खरीदा जाएगा. CM Yogi आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक का आयोजन हुआ जिसमें 20 से ज्यादा प्रस्ताव पेश किए गए जिन में एक प्रस्ताव NCERT किताब को लेकर आया था जिसे कैबिनेट ने खारिज कर दिया. इस प्रस्ताव में कहा गया था कि पहली और दूसरी क्लास के छात्रों के लिए NCERT किताबें खरीदी जाए लेकिन सरकार ने इस फैसले को स्वीकार नहीं किया.
सरकार ने क्यों लिया ऐसा फैसला
कैबिनेट जयवीर सिंह ने कहा “पहली और दूसरी क्लास के लिए NCERT की किताबों का प्रस्ताव कैबिनेट द्वारा खारिज कर दिया गया, क्योंकि राज्य स्थानीय रूप से Prints हुई Books से ही बच्चों को पढ़ाएगा. इसके पक्ष में उन्होंने कहा कि छात्रों को शुरुआती कक्षा में अपने देश के अलावा राज्य जिले और क्षेत्रों के बारे में जानने की जरूरत है ”
अब राज्य में छपे गी किताबे
उन्होंने आगे कहा कि- ‘NCERT का सिलेबस और किताबों को पूरे देश को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है, लेकिन जब राज्य की बात आती है तो यह सही होगा की पहली और दूसरी क्लास में बुनियादी स्तर की पढ़ाई के दौरान छात्रों को उनके क्षेत्रों, जिलों और राज्य के बारे में उचित जानकारी मिले. इसलिए इन कक्षाओं के छात्रों की किताबें राज्य में ही छापी जाएंगी’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा पहले ही NCERT की किताबों को लागू किया जा चुका है. लेकिन पहली और दूसरी क्लास में NCERT की किताबें लाने के लिए आए प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी नहीं दी. हालांकि नए एकेडमिक सेशन की शुरुआत में लगभग एक महीना बचा हुआ है. ऐसे में यह फैसला किया गया है कि State में किताबों को प्रिंट किया जाए ताकि समय पर उनकी डिलीवरी की जा सके.