Weather Update Today: मार्च, अप्रैल की बारिश के बाद अब मॉनसून के लिए तरस सकती है राजधानी, करना पड़ेगा लंबा इंतजार
नई दिल्ली, Weather Update Today :- राजधानी दिल्ली में गर्मी अपना कहर ढा रही है और ऐसे में दिल्ली में इस बार मानसून अपने समय से 10 से 12 दिन की देरी कर सकता है. आमतौर पर मानसून 30 जून को राजधानी पहुंच जाता है लेकिन इस बार 12 जुलाई के आसपास आने के संभावना जताई गई है. इसके साथ ही संभावना जताई गई है कि राजधानी में बारिश की अधिकता भी जून और बाकी सीजन में सामान्य से कम ही रहेगी. ब्रिटेन की नेशनल सेंटर ऑफ एटमॉस्फेयरिंग साइंस एंड डिपार्टमेंट ऑफ मेट्रोलॉजी के वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य और पूर्वी भारत के कई राज्यों में जून के समय समय सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है.
दिल्ली में मानसून की स्थिति को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता : मौसम विभाग
बता दें कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा दिल्ली में मानसून की स्थिति को लेकर अभी कुछ नहीं कहा गया है लेकिन अगस्त व सितंबर में कम बारिश होने की भविष्यवाणी अवश्य की गई है. विभाग का कहना है कि केरल में मानसून अपने नियत समय से देरी करते हुए 4 जून को आ रहा है. वही स्काईमेट के महेश पलावत का कहना है कि मानसून के केरल में दस्तक देने के बाद ही यह कहा जा सकता है कि वह आगे का सफर किस प्रकार अथवा तेजी से या कमजोर तरीके से तय करता है.
राजधानी दिल्ली में रविवार को रहा सबसे गर्म दिन
जानकारी के मुताबिक, 13 मई को दिल्ली का तापमान 42.5 डिग्री दर्ज किया गया था लेकिन राजधानी में रविवार को कुछ जगह पर तापमान 45 डिग्री को पार कर गया है. यह इस सीजन का पहली बार तापमान इतना ऊपर दर्ज किया गया है. IMD का कहना है कि यह सीजन का सबसे गर्म दिन रहा है. वहीं आईएमडी द्वारा नजफगढ़, नरेला, पीतमपुरा और CWG स्पोर्ट्स कॉन्प्लेक्स में लू चलने की भविष्यवाणी कर दी है. वहां पर अगले दो दिनों तक गर्मी इसी प्रकार से बरकरार रहेगी. इसके बाद वहां बारिश आने की संभावना जताई गई है. नजफगढ़ का अधिकतम तापमान सबसे अधिक 46.3 डिग्री दर्ज किया गया है.
26 जून के बढ़ सकती है मानसून की बारिश
उत्तर पश्चिमी भारत में मॉडल औसत या औसत से कम बारिश होने के संकेत दिखाई दे रहे हैं. इसलिए अनुमान लगाया गया है कि इस बार बारिश औसत से भी कम होगी. वैज्ञानिकों का कहना है कि मौसमी बारिश जून में भी समान रहेगी यह नहीं कहा जा सकता है. जर्मनी के पॉट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इंपैक्ट रिसर्च के मुताबिक, इस बार मध्य भारत में ही 26 जून तक मौसम शुष्क रह सकता है.